Sudhir Naik: भारतीय क्रिकेट की सबसे विवादास्पद घटनाओं में से एक के 50 साल पूरे हुए पिछले दिनों पर कहीं उस का जिक्र नहीं हुआ। शायद इसलिए भी कि आरोप बड़ा हैरान करने वाला था और जिस क्रिकेटर पर आरोप लगा उसकी छवि ऐसी थी कि किसी ने भी आरोप पर न तब विश्वास किया और न ही उसके बाद कभी। इस किस्से का जिक्र न करने की एक वजह शायद ये भी है कि जिसकी हमेशा तारीफ की- उसके बारे में ऐसा कैसे लिख दें? ऐसी मानसिकता ने ही तो इस क्रिकेटर को उस मुश्किल में फंसाया था।
जो क्रिकेटर बेहद ईमानदार इंसान गिना गया, 'अपने' फटे ग्लव्स के साथ भी खेला पर स्वाभिमान इतना कि किसी से फालतू पड़े ग्लव्स भी नहीं मांगे तो इस आरोप को सच कौन मानेगा कि इंग्लैंड टूर के दौरान, एक स्टोर से, मोजे के 2 (3/4- अलग-अलग जगह अलग गिनती लिखी है) जोड़े चुराने की कोशिश की?
आज तो इस किस्से का जिक्र और भी जरूरी है क्योंकि आज भारतीय क्रिकेट जहां है उसमें न तो कोई ऐसा आरोप लगाने की हिम्मत करता और अगर मामला उछल भी जाता तो बीसीसीआई उस क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट के सम्मान को बचाने के लिए, तब जो हुआ वैसा न करते। कमजोर् टीम मैनेजर, कमजोर बोर्ड, लंदन में इंडियन हाई कमीशन से कोई मदद नहीं और उसी शाम के इंडियन हाई कमिश्नर के घर डिनर में पहुंचने की देरी का डर, इस आरोप से कहीं बड़े बना दिए गए।