VIDEO: 29 जनवरी को कभी नहीं भूलेंगे इरफान पठान, पाकिस्तान में कोहराम मचाते हुए पहले ही ओवर में ली थी हैट्रिक
साल 2006 में कराची टेस्ट के दौरान इरफान पठान ने पारी के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम लिखवा लिया था। पाकिस्तान के खिलाफ उनका ये प्रदर्शन आज भी फैंस को याद है।
29 जनवरी, 2006 ऐसा दिन जिसे ना सिर्फ इरफान पठान बल्कि करोड़ों भारतीय फैंस भी कभी नहीं भूलेंगे। आज से 17 साल पहले इरफान पठान ने इस दिन एक ऐसा कारनामा कर दिखाया था जिसके चलते उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। हम बात कर रहे हैं भारत के 2006 में पाकिस्तान दौरे की जहां 29 जनवरी को तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच खेला गया था। ये टेस्ट मैच बेशक भारत हार गया था लेकिन इरफान पठान ने पारी के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया था।
इरफान ने इस टेस्ट के पहले ओवर में लगातार 3 गेंदों पर 3 विकेट लिए थे। ये क्रिकेट इतिहास में पहला मौका था, जब टेस्ट फॉर्मैट में किसी गेंदबाज ने पारी के पहले ही ओवर में हैट्रिक ले ली थी। पहले ओवर की पहली तीन गेंदें तो किसी तरह सलमान बट्ट झेल गए लेकिन चौथी गेंद का बट्ट के पास कोई जवाब नहीं था। पठान ने पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ सलमान बट्ट को स्लिप में राहुल द्रविड़ के हाथों कैच आउट कराया और इसके बाद अगली ही गेंद पर यूनिस खान भी एलबीडब्ल्यू आउट हो गए और अब पठान के पास पहले ही ओवर में हैट्रिक लेने का मौका था जिसे उन्होंने अपने हाथों से नहीं जाने दिया।
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इस ओवर की आखिरी गेंद पर नए बल्लेबाज़ मोहम्मद युसूफ स्ट्राइक पर थे और वो अपनी ही पहली ही गेंद खेल रहे थे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये उनकी पहली नहीं बल्कि आखिरी गेंद साबित होगी। पठान ने ये गेंद इनस्विंगर डाली जिसका युसूफ के पास कोई जवाब नहीं था और वो क्लीन बोल्ड हो गए। इस तरह से पठान ने पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर इतिहास रच दिया।
On This Day In 2006, @IrfanPathan became the first bowler to take a hat-trick in the opening over of a match in Test cricket history pic.twitter.com/q4xQo6zSgA
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) January 29, 2023
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हालांकि, पठान की ये हैट्रिक भारत के काम ना आई और भारत ये मैच हार गया। पहले दिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की और पाकिस्तान को पहली पारी में सिर्फ 245 रनों पर ही समेट दिया था। हालांकि, इसके बाद भारतीय बल्लेबाजों ने गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया और राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत को ये टेस्ट 341 रनों से हारना पड़ा।