केएल राहुल एक ऐसा नाम, जो अकेले दम पर भारत को जीत दिलाने का माद्दा रखता है लेकिन ना जाने वो दिन कब आएगा कि वो भारत को अपनी पारी से जीत दिलाएंगे क्योंकि फिलहाल तो उनका फॉर्म टीम इंडिया के लिए मुसीबत ही बना हुआ है। जब-जब बड़े मैचों में प्रदर्शन करने की बारी आती है राहुल फिसड्डी साबित हुए हैं। फिर चाहे हम एशिया कप की बात करें या हाल ही में समाप्त हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 सीरीज की।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज डिसाइडर मैच में राहुल से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन ये जनाब तो 1 रन बनाकर ही चलते बने। पिछली पांच पारियों में राहुल ने बेशक 2 हाफ सेंचुरी लगाई हों लेकिन इस दौरान उनकी हाफ सेंचुरी के बाद भी भारत को हार का सामना करना पड़ा था। एशिया कप में भी राहुल पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। पाकिस्तान के खिलाफ दो पारियों में वो 0 और 28 रन ही बना पाए थे जबकि श्रीलंका के खिलाफ अहम मैच में सिर्फ 6 रन बना पाए थे। ज़ाहिर है कि टीम इंडिया इस समय केएल राहुल को सिर्फ ढो रही है क्योंकि प्रदर्शन के आधार पर तो उनकी जगह बिल्कुल भी नहीं बन रही है।
केएल राहुल खुद तो परफॉर्म कर नहीं रहे हैं और जो खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में हैं उनकी जगह भी नहीं बनने दे रहे हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ की, जिन्होंने लगातार घरेलू सर्किट में खुद को साबित किया है लेकिन राहुल की वजह से इनका इंतज़ार लंबा होता जा रहा है और टीम इंडिया भी होनहार ओपनर्स को इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। अगर पृथ्वी शॉ की बात करें तो लंबे वक्त से वो टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं लेकिन हाल ही में उन्होंने इंडिया-ए की ओर से खेलते हुए 48 बॉल में 77 रनों की आतिशी पारी खेली थी और इससे पहले भी वो कई तूफानी पारियां खेलकर खुद को साबित कर चुके हैं। अगर आईपीएल 2022 की बात करें तो बीते सीज़न में पृथ्वी ने 10 मैचों में 283 रन बनाए थे। वहीं, आईपीएल 2021 में तो वो गज़ब के फॉर्म में थे उस दौरान उन्होंने 15 मैचों में 479 रन बनाए थे।