रणजी ट्रॉफी का नया सीजन शुरू हो गया। पहले ही राउंड में ढेरों नए रिकॉर्ड बने। इसमें एक मैच में बंगाल की टीम कटक में बड़ौदा के विरुद्ध रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी मैच में पहली पारी में शर्मनाक 88 रन बनाकर आउट हो गई। अभी इस घटिया बल्लेबाज़ी की चर्चा खत्म भी नहीं हुई थी कि बंगाल ने दूसरी पारी में 300+ का स्कोर बनाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। एक और बात है- जिसके लिए इस मैच को हमेशा याद किया जाएगा। इस मैच में बंगाल विधानसभा के एमएलए और मंत्री मनोज तिवारी भी खेले। भारत में हाल फिलहाल कोई ऐसी और मिसाल सामने नहीं है कि मंत्री ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली।
ये एमएलए बनने के बाद मनोज तिवारी का पहला फर्स्ट क्लास मैच था। वे आगे भी खेलेंगे। ये ठीक है कि इस मैच में या उससे अगले हैदराबाद के विरुद्ध मैच में कुछ ख़ास नहीं किया (क्रमशः 0 और 37 तथा 2 और 10) पर टीम में वे अपनी क्रिकेट टेलेंट की वजह से हैं न कि एमएलए के रुतबे की वजह से। रिकॉर्ड इसका सबूत है- 9014 रन और 32 विकेट फर्स्ट क्लास क्रिकेट में।
नवजोत सिद्धू और चेतन चौहान जैसे कई टेस्ट क्रिकेटर राजनीति में गए पर कोई एमपी बनने के बाद नहीं खेला। मौजूदा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी 2008 में पहली बार एमपी बनने से पहले ही खेल चुके थे अपना एकमात्र फर्स्ट क्लास मैच। इस नजरिए से मनोज तिवारी की मिसाल इन सबसे अलग है। शायद यह पहली बार हुआ है कि किसी मौजूदा मंत्री ने, भारत में, फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच में अपने स्टेट का प्रतिनिधित्व किया। वे बंगाल सरकार में युवा मामलों और खेल राज्य मंत्री हैं और तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर 2021 का चुनाव जीते थे- शिबपुर से।