WTC Final तक पहुंचाने में 1 या 2 नहीं, टीम इंडिया के 5 कप्तानों ने बहाया अपना पसीना
भारतीय क्रिकेट टीम लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई है लेकिन क्या आप जानते हैं कि टीम इंडिया को यहां तक पहुंचाने में 1-2 नहीं बल्कि पांच कप्तानों ने अपनी भूमिका निभाई है।
भारतीय क्रिकेट टीम लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने के लिए तैयार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल मुकाबला 7 जून के दिन ओवल के मैदान पर खेला जाएगा। भारतीय टीम लगातार दूसरी बार फाइनल खेलने वाली है ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया चाहेगी कि इस बार वो गलती ना हो जो पिछली बार न्यूज़ीलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में हुई थी।
वहीं, अगर भारत के फाइनल तक पहुंचने के सफर की बात करें तो ये सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा और फाइनल तक पहुंचते-पहुंचते भारत को पांच अलग-अलग कप्तानों के अंडर खेलना पड़ा। जी हां, इस समय अगर भारत फाइनल खेल रहा है तो इसमें सिर्फ रोहित शर्मा का योगदान नहीं है बल्कि चार और कप्तानों ने अपनी भूमिका निभाई है।
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जब 2021-2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप सर्कल की शुरुआत हुई तो विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान थे और उन्होंने इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मिलाकर कुल 7 टेस्ट मैचों में कप्तानी की और 4 में भारत को जीत दिलाई। इसके बाद विराट कोहली ने जब कप्तानी छोड़ी तो रोहित शर्मा ने कप्तानी संभाली और उनकी कप्तानी में भारत ने कुल 6 टेस्ट मैच खेले जिनमें 4 ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ थे और 2 श्रीलंका के खिलाफ, इनमें से रोहित की टीम ने चार जीते।
Virat Kohli - Won 4 Out of 7 (3 Of Those Came Overseas)
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) June 5, 2023
Rohit Sharma - Won 4 Out of 6
KL Rahul - Won 2 Out of 3#WTCFinal #AUSvIND #IndianCricket #TeamIndia #Australia pic.twitter.com/deEBAHLMJQ
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विराट और रोहित के अलावा केएल राहुल ने भी वर्ल्ड चैंपियनशिप के इस सर्कल में कप्तानी की थी। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट और साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1 टेस्ट में कप्तानी की थी और कुल मिलाकर वो 3 में से 2 टेस्ट जीतने में सफल रहे थे। इस बीच अजिंक्य रहाणे और जसप्रीत बुमराह भी एक-एक टेस्ट मैच के दौरान टीम इंडिया के कप्तान बने थे तो ऐसे में कुल मिलाकर देखा जाए तो भारत को इन अलग-अलग 5 कप्तानों ने फाइनल तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया। अब घुम फिरकर एक बार फिर से कप्तान रोहित ही हैं और अब उन पर और उनकी टीम पर दारोमदार होगा कि इन बीते दो सालों की मेहनत बिल्कुल बेकार ना जाए वरना लगातार दूसरी बार भारतीय फैंस का दिल टूट जाएगा।