जब पहली बार बांग्लादेश की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में भारत का सामना किया था
10 जून 2015 को भारत बांग्लादेश के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच फतालुल्लाह क्रिकेट ग्राउंड पर खेलेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक कुल 7 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं और भारत ने 6 टेस्ट मैच जीते हैं
9 जून, दिल्ली (CRICKETNMORE) 10 जून 2015 को भारत बांग्लादेश के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच फतालुल्लाह क्रिकेट ग्राउंड पर खेलेगा। भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक कुल 7 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं और भारत ने 6 टेस्ट मैच जीते हैं तो बांग्लादेश की टीम को एक भी टेस्ट मैच जीतना नसीब नहीं हुआ है।
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एक टेस्ट मैच भारत और बांग्लादेश के खिलाफ ड्रॉ रहा था। भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ जीतने भी टेस्ट मैच खेले हैं सभी बांग्लादेश की धरती पर ही खेले हैं।
बात करते हैं पहले टेस्ट मैच की जब बांग्लादेश ने जानदार खेल दिखाकर क्रिकेट जगत को चकित कर दिया था।
10 नवंबर 2000 को भारत के खिलाफ बांग्लादेश ने ढ़ाका में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश ने भारत के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 400 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। बांग्लादेश के तरफ से अमीनुल इस्लाम ने 145 रन बनाकर क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था। खासकर भारत के गेंदबाजों के लिए अमीनुल इस्लाम की बल्लेबाजी कहर बनकर उभरी थी।
हालांकि भारत ने टेस्ट मैच को 9 विकेट से जीत लिया था पर बांग्लादेश की टीम के साहस ने वर्ल्ड क्रिकेट को बता दिया था कि बांग्लादेश की टीम जिम्बाब्वे और केन्या से कहीं आगे जाने वाली है।
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत के कप्तान थे सौरव गांगुली तो वहीं बांग्लादेश के तरफ से कमान संभालने की जिम्मेदारी नैमुर रहमान के कंधों पर थी।
जहां एक तरफ बांग्लादेश ने टेस्ट क्रिकेट में भारत के खिलाफ दमदार खेल दिखाकर शानदार आगाज किया था तो उस टेस्ट मैच में भारत के स्पिन गेंदबाज सुनील जोशी ने अपने करियर का सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया था। सुनील जोशी ने पहले तो गेंदबाजी में कमाल करते हुए 5 विकेट चटकाए थे।
जब भारतीय टीम बांग्लादेश की पहली पारी में 400 रन के जबाव में बल्लबाजी करने उतरी तो सचीन, द्रविड़ सहित भारत के ऊपरी क्रम के बल्लेबाज आउट होकर पवेलियन पहुंच गए। सुनील जोशी जब बल्लेबाजी करने आए तो भारत का स्कोर 6 विकेट पर 236 रन था। ऐसे में सुनील जोशी ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए कप्तान गांगुली के साथ 7वें विकेट के लिए 121 रन की पार्टनरशिप कर भारतीय पारी को बचा लिया था।
गांगुली ने उस मैच की पहली पारी में जहां 84 रन की पारी खेली थी तो सुनील जोशी ने 92 रन बनाकर अपने करियर का सबसे शानदार पारी खेली।
सुनील जोशी ने मैच में जिस अंदाज के साथ बांग्लादेश के गेंदबाजों का सामना किया था वो लाजबाव था जिससे उनके करियर को नई पहचान मिली थी।
दूसरी पारी में बांग्लादेश की पारी केवल 91 रन पर आउट हो गई थी । दूसरी पारी में भी भारत के सुनील जोशी ने 3 विकेट अपने झोली में डालकर मैच में 8 विकेट लिए थे। सुनील जोशी को उनके शानदार परफॉर्मेंस के लिए मैन ऑफ द मैच का खिताब मिला था।