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Happy Birthday Yuvraj : 2007 और 2011 में हीरो तो 2014 में विलेन, कभी नहीं मिला बाकियों जितना क्रेडिट

12 दिसंबर, 2023 के दिन युवराज सिंह अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। युवी के इस खास दिन पर उन्हें दुनियाभर के क्रिकेट फैंस बधाई संदेश दे रहे हैं।

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Happy Birthday Yuvraj : 2007 और 2011 में हीरो तो 2014 में विलेन, कभी नहीं मिला बाकियों जितना क्रेडिट
Happy Birthday Yuvraj : 2007 और 2011 में हीरो तो 2014 में विलेन, कभी नहीं मिला बाकियों जितना क्रेडिट (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Dec 12, 2023 • 01:16 PM

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह आज यानि (12 दिसंबर) को अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। युवी को उनके इस खास दिन पर दुनियाभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं। युवी से जुड़ी फैंस के मन में कई यादें हैं फिर चाहे वो 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में उनका योगदान हो या फिर 2011 वनडे वर्ल्ड कप में उनका धमाकेदार प्रदर्शन हो।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
December 12, 2023 • 01:16 PM

युवराज के टी-20 वर्ल्ड कप में एक ओवर में लगाए गए 6 छक्के हों या 2011 वर्ल्ड कप में खून की उल्टियों के साथ खेलना हो, ऐसी कई यादें हैं जो युवी के फैंस कभी नहीं भूल पाएंगे लेकिन एक सच ये भी है कि युवी को कभी भी उतना क्रेडिट नहीं मिला जितना वो डिजर्व करते हैं। जब भी 2007 और 2011 वर्ल्ड कप की जीत पर बात होती है तो सिर्फ एमएस धोनी और गौतम गंभीर की पारियों की बात होती है लेकिन पूरे टूर्नामेंट में युवी द्वारा किए गए ऑलराउंड प्रदर्शन की उतनी चर्चा नहीं होती है जो इस खिलाड़ी के फैंस को बहुत बुरा लगता है।

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युवी ने भारत के लिए मिडल ऑर्डर में खेलते हुए जो कारनामे किए वो आज तक कोई नंबर चार बल्लेबाज नहीं कर पाया है और आज भी भारत युवी जैसे खिलाड़ी की रिप्लेसमेंट ढूंढ रहा है लेकिन सच ये है कि युवी जैसा खिलाड़ी दोबारा कभी पैदा नहीं हो सकता। युवी जब 29 साल के थे तो वो भारत के लिए 8000 से भी ज्यादा रन बना चुके थे लेकिन अचानक से कैंसर ने आकर उनका करियर खराब कर दिया और युवी का करियर लगभग खत्म हो गया लेकिन अगर युवी का वो दौर ना आता तो शायद युवी का जूझारूपन और कभी ना हार मानने वाला एटीट्यूड भी ना देखने को मिलता।

युवी को आप अलग-अलग वजहों के चलते याद कर सकते हैं। उनके आलोचक तो उन्हें 2014 टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी याद रखते हैं क्योंकि युवी ने श्रीलंका के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में 21 गेंदों में 11 रनों की धीमी पारी खेली थी और उनकी इस पारी पर ही हार का ठीकरा भी फोड़ा गया लेकिन ये आलोचक ये बात भूल गए कि वो उस खिलाड़ी पर जुबानी हमले कर रहे थे जिसने देश के लिए अपनी जान तक की फिक्र नहीं की और कैंसर से जूझते हुए भारत को 2011 वर्ल्ड कप जिताया। 

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युवी का करियर समाप्त हुए तो कई साल हो गए हैं लेकिन युवी की वो यादगार पारियां आज भी फैंस को खुशी से झूमने का मौका देती हैं। Cricketnmore की पूरी टीम युवराज सिंह को उनके इस खास दिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं देती है और हम यही दुआ करते हैं कि युवी आगे अपने करियर में जो भी करें वहां भी वो कामयाबी हासिल करें।

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