Sonalben Manubhai Patel: पैरालंपिक गेम्स सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति, अथक प्रयास और मानवीय भावनाओं का एक अद्भुत मिश्रण हैं। 28 सितंबर से पेरिस में शुरू होने जा रहे पैरालंपिक खेलों में टेबल टेनिस भी एक प्रमुख इवेंट के तौर पर खेला जाएगा। टेबल टेनिस 1960 के रोम पैरालंपिक में अपनी शुरुआत के बाद से लगातार विकसित होता रहा है, और आज दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित करता है।
यह जानकर हैरानी होगी कि पैरालंपिक टेबल टेनिस का इतिहास ओलंपिक टेबल टेनिस से भी पुराना है। टेबल टेनिस ओलंपिक में 1988 में ही आया था। आज, टेबल टेनिस पैरालंपिक खेलों में तीसरा सबसे बड़ा खेल है। दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में 40 मिलियन से अधिक खिलाड़ी इस खेल से जुड़े हुए हैं। ये खिलाड़ी पैरालंपिक जैसे मेगा इवेंट में अपनी शारीरिक सीमाओं को पार करते हैं।
आपको यह जानकर भी हैरानी हो सकती है कि भारत, जो ओलंपिक में एक भी टेबल टेनिस पदक नहीं जीत पाया है, वह पैरालंपिक टेबल टेनिस में जीत चुका है। टोक्यो पैरालंपिक में भारत की भवीना पटेल ने इस इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था।