World junior chess championship
शतरंज की दुनिया में 2 अगस्त और विश्वनाथन आनंद के बीच है खास कनेक्शन
World Junior Chess Championship: खेल के इतिहास में 2 अगस्त की तारीख और शतरंज की दुनिया के बादशाह कहे जाने वाले विश्वनाथन आनंद के बीच एक बेहद खास कनेक्शन है। 'मद्रास टाइगर' और विशी नाम से मशहूर ये खिलाड़ी 5 बार विश्व चैंपियन रहा है, लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए विश्वनाथन ने कड़ी मेहनत की और मात्र छह साल की उम्र से ही चेस बोर्ड पर अपना हुनर दिखाना शुरू कर दिया था।
विश्वनाथन आनंद के बारे में और अधिक जानने से पहले 2 अगस्त के साथ उनके कनेक्शन को जान लीजिए। इतिहास के पन्नों में 2 अगस्त की तारीख देश में चेस क्रांति लाने वाले इस खिलाड़ी के नाम दर्ज है। ये वही तारीख है, जब साल 1987 में विश्वनाथन आनंद ने फिलिपींस में आयोजित विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप में खिताबी जीत हासिल की थी।
वह यह कारनामा करने वाले पहले एशियाई शतरंज खिलाड़ी थे। आनंद ने 1987 में विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप जीतकर अपने जूनियर करियर का यादगार समापन किया। यहां से इस खिलाड़ी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और शतरंज की दुनिया में खूब नाम कमाया।
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