प्रज्ञान ओझा पेटा में शामिल
नई दिल्ली, 26 फरवरी (हि.स.) । भारतीय फिरकी गेंदबाज प्रज्ञान ओझा चिड़ियाघरों में जानवरों के प्रति क्रूरता के खिलाफ आवाज उठाने के लिये आज पेटा (पीपुल फोर द एथिकल ट्रीटमेंट आफ एनिमल्स) से जुड़ गये। ओझा यहां एक कार्यक्रम के दौरान स्वयं पिंजड़े में बंद हुये। उनके हाथ में तख्ती थी जिस पर ‘‘उनकी स्थिति से खुद को जोड़ने का प्रयास करो, चिड़ियाघरों को ना कहो’’ लिखा था। इस अवसर पर ओझा ने कहा कि कुछ समय के लिये छोटे से पिंजड़े में बंद होने के विचार से ही मेरा सिर चकराने लगा। उन जानवरों के बारे में सोचिये जो ताउम्र पिंजड़े में बंद रहते हैं। जानवर पिंजड़ों में बंद रहने के लिये नहीं बने हैं। उन्हें भी हमारी तरह स्वतंत्र रहने का अधिकार है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील