लारा नहीं सचिन हैं नंबर वन- मनिंदर सिंह
सौरभ शर्मा
हरभजन सिंह को इंटरनेशनल क्रिकेट से बाहर हुए काफी समय हो गया है। पूर्व क्रिकेटर मनिंदर सिंह का मानना है कि हरभजन सिंह मानसिक तौर पर काफी मजबूत हैं अगर वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो वह टीम इंडिया में जरूर वापसी कर सकते हैं। ऐसे ही हमारे कई सवालों के जवाब उन्होंने दिए। पेश है इंडियन टीम के पूर्व गेंदबाज मनिंदर की के साथ cricketnmore की बातचीत के कुछ अंश।
Q - कप्तानी में धोनी के खराब प्रदर्शन के बाद विराट कोहली को कप्तान बनाने की मांग होने लगी थी। आपको नहीं लगता कि इससे उनके खेल पर असर पड़ेगा।
A- मुझे नहीं लगता की असर पढ़ना चाहिए । एक खिलाड़ी जब इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहा होता है तो वह मैंटली स्ट्रॉंग और तैयार होता है, और कोहली ने यह साबित किया है कि वह मैंटली स्ट्रॉंग हैं। अभी कोहली कप्तानी सीख रहे हैं। अभी तक जितना देखा बांग्लादेश में चाहे हम लोग हारे, लेकिन अच्छा लगा देखकर, टीम के कम रन बनाने के बाद भी कोहली ने लड़ा दिया। बस उसे फिनिशंग टच नहीं दे पाए। अनुभव के साथ- साथ उन्हें सब कुछ आ जाएगा।
Q - आर अश्विन की बॉलिंग में आजकल वो पैनापन नजर नहीं आता जो कुछ समय पहले था। आपको क्या लगता है कि उन्हें किस चीज पर ध्यान देना चाहिए।
A- अगर आर अश्विन को सही मार्गदर्शन मिले तो वो एक मैच विनर हैं। अश्विन नेगेटिव मोड में चले गए हैं उन्हें उस मोड से बदलने की जरूरत है। हमारे पास वर्ल्ड के बेस्ट स्पिनर हैं लेकिन उन सबको अच्छे मार्गदर्शन की बहुत जरूरत है। अश्विन अपने लाईन और लैंथ से भटक रहे हैं। जिस वजह से वह टीम में आए थे वो वजह थी कि वह 20 ओवर के क्रिकेट में भी विकेट लेने जाते थे। हरभजन को अश्विन ने इसलिए रिप्लेस किया था क्योंकि हरभजन सिंह लैग और मिडल में बॉलिंग डालकर रन रोकने की कोशिश किया करते थे और अश्विन भी खुद यही कर रहे हैं। पता नहीं कौन इनको ये ख्याल दे रहा है।
Q हाल ही में जैक कैलिस ने सचिन तेंदुलकर और ब्रैन लारा की तुलना की थी। उन्होंने लारा को सचिन से महान बल्लेबाज बताया था। इस पर आप क्या कहना चाहेंगे।
A- अगर परफॉर्मेंस के नाम पर दोनों की तुलना की जाए तो सचिन तेंदुलकर, ब्रैन लारा से बहुत आगे हैं। लेकिन अगर दोनों को जज करने की बात आती है तो मुझे लगता है कि जजमेंट इस तरीके से भी होती खिलाड़ियों ने कैसी पिचों ज्यादा क्रिकेट खेला है । ब्रैन लारा ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की पिच पर कई डबल सेंचुरी मारी हैं। लोग इन चीजों को गिनकर तुलना करते हैं। इसलिए मुझे लगता है कि इस तरह से दो खिलाड़ियों की आपस में तुलना करना बहुत मुश्किल है। लेकिन अगर आप मुझसे पूछते हैं तो सचिन तेंदुलकर नंबर वन हैं, लेकिन अगर दोनो की तुलना करूं तो फर्क केवल 19-20 का ही है।
Q - ट्वंटी20 वर्ल्ड कप में आपका फेवरेट खिलाड़ी कौन सा है।
A- किसी एक का नाम लेना ठीक नहीं है। ट्वंटी20 क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। 1 रन भी मैच का रूख बदल सकता है। इंडिया के पास बहुत सारे बड़े प्लेयर हैं जैसे कप्तान धोनी, विराट कोहली, रविंद्र जडेजा और युवराज सिंह। ये ऐसे खिलाड़ी हैं जो आपको सारे मैच जीता सकते हैं। हम ट्वंटी20 में एक खिलाड़ी पर पूरी तरह निर्भर नहीं रह सकते।
Q- सवाल- क्या आपको लगता है कि हरभजन सिंह टीम में वापसी कर सकते हैं और उन्हें एक बार मौका दिया जाना चाहिए। .
A-जब तक इंसान रिटायर नहीं होता तब तक उसके पास वापसी करने का मौका है। अगर वह अच्छा परफॉर्म करेंगे तो कभी न कभी टीम में वापसी जरूर करेंगे। इंटरनेशनल क्रिकेट में मैंटल स्ट्रेंथ बहुत जरूरी है और वह साबित भी कर चुके हैं कि वह मानसिक रूप से काफी मजबूत हैं। कुछ कमियां आयीं थी जो उन्हे ठीक करने की जरूरत थी। अगर फर्स्ट क्लास लेवल और डॉमैस्टिक क्रिकेट में वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो सिलेक्टर्स उन्हें नकार नहीं सकते।
Q - क्या आपको नहीं लगता कि कम अनुभवी टीम होने की वजह से हम एशिया कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए।
A- मुझे लगता है कि टीम का कॉम्बिनेशन सही नहीं था जिसकी वजह से हम हारे। हमें अभी 2015 के वर्ल्ड कप को सोचकर खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए। हमनें एक बहुत अच्छा मौका छोड़ दिया चेतेश्वर पुजारा को ओपनिंग कराकर टैस्ट करने का। अगर अभी उन्हें ओपनर के तौर पर टैस्ट किया जाता तो 2015 वर्ल्ड कप के लिए आइडिया हो जाता कि हमारे पास 2015 वर्ल्ड कप के लिए खिलाड़ी हैं या नहीं। क्योंकि अगर आप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेल रहे हैं तो आपको तकनीकी तौर पर मजबूत बल्लेबाज की जरूरत पड़ेगी। रोहित शर्मा मिडल ऑर्डर में में खेलकर मैच विनर बनकर दे सकते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता की वहां की पिचों पर वह एक ओपनर को तौर पर कोई कमाल दिखा पाएंगे।