सैमी के धमाके से वेस्टइंडीज ने रोमांचक मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया
मीरपुर/नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.) । आईसीसी टी-20 विश्वकप के एक और रोमांचक मैच में कप्तान सैमी और डैरेन ब्रावो की धमाकेदार पारियों की बदौलत वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदें जिंदा रखीं। सैमी ने कप्तान पारी खेलते हुए कुल 13 गेंदों में 34 रन ठोक दिए तथा ब्रावो ने 12 गेंदों पर 27 रन बनाए। सैमी को उनकी धमाकेदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वेस्टइंडीज को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 12 रनों की आवश्यकता थी। आखिरी ओवर लेकर आये फाकनर ने दो गेंदें बीट करायीं, लेकिन अगले दो गेंदों पर सैमी ने दो छक्के मारकर वेस्टइंडीज को जीत दिला दी।
इसके पहले ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को जीत के लिए 179 रनों का लक्ष्य दिया था। वेस्टइंडीज ने शानदार शुरुआत करते हुए पहले विकेट के लिए 50 नों की साझेदारी की। वेस्टइंडीज को पहला झटका पांचवें ओवर में लगा। मिचेल स्टार्क ने ड्वेन स्मिथ को विकेटकीपर हैडिन के हाथों लपकवाकर आउट किया। वे 17 रन बनाकर पवेलियन लौटे। आउट होने से पहले उन्होंने गेल संग 50 रन की साझेदारी निभाई।
पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप में उतरे 20 साल के मुइरहैड ने ऑस्ट्रेलिया को सबसे बड़ी सफलता दिलाई। खतरनाक क्रिस गेल को उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल के हाथों कैच करवाकर आउट किया। मैक्सवेल ने दौड़ते हुए एक शानदार कैच लपका। गेल ने 35 गेंदों में 6 चौकों व 2 छक्कों की मदद से 53 रन बनाए। आउट होने से पहले गेल ने सिमंस के साथ दूसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़े। गेल के आउट होने के बाद वेस्ट इंडीज की टीम सुस्त हो गयी। कैरेबियाई टीम को जीत से दूर करते हुए ऑस्ट्रेलिया के डग बोलिंगर ने स्थापित बल्लेबाज लेंडल सिमंस को चलता किया। मैक्सवेल ने एक और शानदार कैच लपककर अपनी टीम को तीसरी सफलता दिलाई। सिमंस 26 रन बनाकर आउट हुए।
इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जॉर्ज बैली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कंगारुओं ने 8 विकेट के नुकसान पर 178 रन बनाए। आरोन फिंच ने डेविड वार्नर के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को शानदार शुरुआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने महज 3.3 ओवरों में टीम का स्कोर 33 रन पहुंचा दिया, लेकिन चौथे ओवर की चौथी गेंद ने इस जोड़ी को तोड़ दिया।
मार्लन सैमुअल्स ने फिंच को क्लीन बोल्ड कर उन्हें पवेलियन लौटा दिया। फिंच ने महज 11 गेंदों में 2 चौकों व 1 छक्के की मदद से 16 रन बनाए। अभी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर में कुल 8 रन जुड़े थे कि सैमुअल बद्री ने दूसले सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर की गिल्लियां बिखेर दीं। पांचवें ओवर में वार्नर 4 चौकों से सजी 20 रन की पारी खेलकर आउट हुए। ऐसा लग रहा था कि दोनों ओपनर्स बड़ी पारियां खेलेंगे, लेकिन सैमुअल्स और बद्री ने मिलकर कंगारुओं को पटरी से उतार दिया।
ओपनर्स के विकेट 41 रन के योग पर गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को अपने कप्तान जॉर्ज बैली और अनुभवी खिलाड़ी शेन वाटसन से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन दोनों ने ही निराश किया। वाटसन वार्नर का विकेट गिरने के महज 4 गेंदों बाद सुनील नारायण की स्पिन का शिकार बन बैठे। बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में वे स्टंप आउट हुए। उन्होंने 8 गेंदों का सामना करने के बाद कुल 2 रन बनाए।
कप्तान बैली भी फिसड्डी साबित हुए। उन्होंने 12 गेंदों में एक छक्के की मदद से कुल 12 रन बनाए। उन्हें मार्लन सैमुअल्स ने डैरेन सैमी के हाथों लपकवाकर चलता किया। विकेट के पतझड़ के बीच ग्लेन मैक्सवेल ने एक छोर से मोर्चा संभाला। सबसे पहले उन्होंने कप्तान बैली के साथ चौथे विकेट के लिए 36 रन जोड़े। बैली के आउट होने के बाद उन्होंने ब्रैड हॉज संग टीम को 100 रन के स्कोर तक पहुंचाया। हॉज और बैली के बीच 23 रन की साझेदारी हुई। ग्लेन मैक्सवेल ने 45 रन की उपयोगी पारी खेली। ब्रैड हैडिन 15 और मुइरहैड 1 रन बनाकर नाबाद रहे। वेस्ट इंडीज के लिए सुनील नारायण सबसे किफायती गेंदबाज रहे। उन्होंने 19 रन देते हुए 2 विकेट चटकाए। सैमुअल बद्री और मार्लन सैमुअल्स ने भी 2-2 बल्लेबाजों को आउट किया, लेकिन वे नारायण के मुकाबले महंगे रहे। सन्टोकी और ड्वेन ब्रावो को 1-1 विकेट मिला।
कैरेबियाई टीम के खिलाफ टी-20 मैचों में यह ऑस्ट्रेलिया का दूसरा बडा स्कोर है। वेस्ट इंडीज के विरुद्ध सबसे बड़ा ऑस्ट्रेलियाई स्कोर खड़ा करने से वे महज 2 रन से पीछे रह गए। इससे पहले 21 फरवरी 2010 को होबार्ट में हुए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने कैरेबियाई टीम के खिलाफ 8 विकेट पर 179 रन बनाए थे। अपने इसी रिकॉर्ड को तोड़ने में बैली एंड कंपनी 2 रन से चूक गई।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप