सर्वोच्च न्यायालय में बीसीसीआई ने किया धोनी का बचाव

Updated: Sat, Jan 10 2015 00:05 IST

नई दिल्ली, 28 मार्च (हि.स.) । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने आज सर्वोच्च न्यायालय में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए धोनी पर लगे आरोपों को गलत बताया। आईपीएल-छह में भ्रष्टाचार मामले पर सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान बीसीसीआई ने न्यायाधीशों के सामने दलीलें पेश करते हुए कप्तान धौनी पर लगाए गए आरोपों को गलत बताया।

शीर्ष अदालत ने शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए आईपीएल-छह में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच पूरी होने तक एन श्रीनिवासन को बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटाकर पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर की अध्यक्षता में आईपीएल-सात कराने का फैसला किया है।

शीर्ष अदालत में बीसीसीआई के वकील ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ आईपीएल मामले के संबंध में अदालत में जो भी आरोप लगाए गए हैं वह पूरी तरह से गलत हैं। बोर्ड के वकील ने साथ ही कहा कि गुरुवार को अदालत में मामले की सुनवाई के बाद से मीडिया में भी धोनी के खिलाफ कई तरह के गलत तथ्य पेश किये जा रहे हैं।

दरअसल इस मामले में याचिकाकर्ता बिहार क्रिकेट संघ के वकील हरीश साल्वे ने गुरुवार को अदालत में धौनी पर आरोप लगाते हुए कहा था। धौनी ने मामले की जांच कर रही मुकुल मुदगल समिति के सामने झूठे तथ्य पेश करते हुए कहा था कि गुरूनाथ मेयप्पन चेन्नई सुपर किंग्स के अधिकारी नहीं बल्कि एक क्रिकेट प्रेमी की हैसियत से टीम के साथ थे जबकि धौनी का यह बयान पूरी तरह से गलत है।

मामले की जांच कर रही मुदगल समिति ने भी अदालत में दायर अपनी रिपोर्ट में साफ कहा था कि मयप्पन टीम के अधिकारी थे और वह कई सट्टेबाजों के साथ भी संपर्क में थे। हालांकि बीसीसीआई के वकील ने अदालत में धोनी का बचाव करते हुए कहा कि धोनी ने कभी ऐसा बयान नहीं दिया।

गौरतलब है कि धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान हैं जबकि मेयप्पन इस टीम के मालिकाना हक वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स के प्रबंध निदेशक और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के दामाद हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/अनूप

 

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