3 तेज गेंदबाज़ जो धोनी की कप्तानी में चमके लेकिन फिर कहीं गुम हो गए

Updated: Mon, Jun 20 2022 17:50 IST
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महेंद्र सिंह धोनी, एक ऐसे कप्तान जिनके साथ गेंदबाज़ खेलना काफी पसंद करते हैं। अक्सर ही धोनी के नेतृत्व में गेंदबाज़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसे खुद गेंदबाज़ भी स्वीकारते हैं। युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा ये कुछ ऐसे नाम हैं जो अक्सर ही अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय कप्तान धोनी को देते आए हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे उन 3 खिलाड़ियों के नाम जो धोनी की कप्तानी में चमके लेकिन उसके बाद कही गुम हो गए।

ईश्वर पांडे (Ishwar Pandey)

साल 2012-13, ईश्वर पांडे ने रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए जिसके बाद उनका नाम सुर्खियों में आया। इस लंबे तेज गेंदबाज़ को अपनी मेहनत का फल आईपीएल डेब्यू के रूप में मिला। उन्होंने साल 2013 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए अपना पहला मैच खेला। लेकिन उनके करियर को उड़ान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में मिली।

ईश्वर पांडे को साल 2014 में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलने का मौका मिला, जिसके बाद उन्होंने माही की कप्तानी में 23 मुकाबलें खेलते हुए 17 विकेट चटकाए। ईश्वर नई गेंद से बॉलिंग किया करते थे, जिसके दौरान उनका काम रन रेट को कंट्रोल करना और विकेट चटकाना होता था। आईपीएल में सफलता के बाद उन्हें इंडिया ए की तरफ से डेब्यू करने का मौका मिला, लेकिन इसके बाद वह कहीं गायब ही हो गए। ईश्वर अब डोमेस्टिक क्रिकेट में मध्य प्रदेश की तरफ से खेल रहे हैं।

जोगिंदर शर्मा (Joginder Sharma)

साल 2007, जोगिंदर शर्मा ने भारतीय टीम के लिए टी20 वर्ल्ड का आखिरी ओवर किया और टीम को टी20 वर्ल्ड कप का विजेता बनाकर खुद रातो-रात स्टार बन गए। 

जोगिंदर शर्मा का भी गोल्डन पीरियड एमएस धोनी की कप्तानी में ही आया था। इस तेज गेंदबाज़ ने सीएसके के लिए साल 2008 से 2011 तक आईपीएल में 16 मुकाबले खेले जिसके दौरान उनके खाते में 12 विकेट आए। जोगिंदर शर्मा ने भारतीय टीम के लिए वनडे और टी20 क्रिकेट में चार-चार मुकाबले खेले जिसमें उन्होंने कुल 5 सफलाएं हासिल की। अब जोगिंदर शर्मा हरियाणा पुलिस के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

मोहित शर्मा (Mohit Sharma)

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ मोहित शर्मा ने रणजी ट्रॉफी के एक सीज़न में 37 विकेट चटकाकर सभी का ध्यान खुद की तरफ खिंचा था। मोहित शर्मा का प्रदर्शन देखकर सीएसके ने साल 2013 के आईपीएल में उन पर दांव खेला, जिसके बाद मोहित शर्मा ने धोनी की कप्तानी में गेंदबाज़ी करते हुए 15 मैच में 20 विकेट हासिए किए।

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में मोहित शर्मा के प्रदर्शन में निखार आया और साल 2014 में उन्होंने 23 विकेट हासिल करते हुए पर्पल कैप जीता। इसके बाद उन्हें भारतीय टीम में डेब्यू करने का मौका मिला। लेकिन, वह लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और इस साल आईपीएल 2022 में उन्हें एक नेट बॉलर के तौर पर गुजरात टाइटंस के साथ जोड़ा गया।

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