3 खिलाड़ी जिन्होंने विवादों में फंसकर गंवाई कप्तानी, लिस्ट में 1 भारतीय भी शामिल
किसी भी खिलाड़ी के लिए अपने देश की कप्तानी करना काफी गर्व की बात होती है। लेकिन क्रिकेट से जुड़े कुछ काले किस्से ऐसे भी हैं, जिनके दौरान खिलाड़ी को विवादो के कारण कप्तानी के पद से हाथ धोना पड़ा। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ऐसी ही तीन घटनाओं के बारे में बताएंगे।
स्टीव स्मिथ (Steve Smith)
ऑस्ट्रेलियाई स्टार बल्लेबाज़ स्टीव स्मिथ भी येलो ऑर्मी की इंटरनेशनल लेवल पर लीडरशीप कर चुके हैं। लेकिन साल 2018 के दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ स्टीव स्मिथ को उनके साथी खिलाड़ियों के साथ बॉल टेंपरिंग का दोषी पाया गया।
इस घटना के सामने आने के बाद ऑस्ट्रेलियाई फैन स्मिथ पर आग बबूला हो गए थे, जिसके बाद स्मिथ को ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी से हटाया गया और इसके साथ ही उन्हें बैन का भी सामना करना पड़ा। इस घटना में डेविड वॉर्नर और कैमरन बैनक्रॉफ्ट भी शामिल थे।
हेंसी क्रोनिए (Hansie Cronje)
साउथ अफ्रीका के स्टार ऑलराउंडर और कप्तान हेंसी क्रोनिए सबसे बड़े विवाद यानि मैच फिक्सिंग का हिस्सा रहे। साल 2000 में, हेंसी क्रोनिए पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा जिसके बाद पहले क्रोनिए ने यह आरोप नाकार दिए लेकिन थोड़े ही समय बाद उन्होंने खुद आरोपो को सही बताया। इस घटना के बाद उनका पूरा करियर खत्म हो गया।
बता दें कि हेंसी क्रोनिए का कहना था कि उन्होंने कभी भी मैच फिक्सिंग नहीं की। लेकिन साल 1999 में ट्रायंगुलर सीरीज से पहले लंदन के एक बुकी से उन्होंने पैसे लिए थे।
मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin)
मोहम्मद अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर भी सबसे बड़े विवाद यानि मैच फिक्सिंग के कारण ही बर्बाद हुआ। हेंसी क्रोनिए केस सामने आने के बाद क्रोनिए ने दावा किया था कि मोहम्मद अजहरुद्दीन ही वह शख्स थे जिन्होंने उन्हें बुकी सिंडिकेट मेंबर से मिलवाया।
अजहरुद्दीन पर लगे आरोपों के बाद लंबे समय तक उनके खिलाफ केस चला जिसके दौरान भारतीय कप्तान को बीसीसीआई ने लाइफ टाइम के लिए बैन कर दिया। लेकिन, इसके बाद 2012 में आंध्र प्रदेश कोट ने अजहरुद्दीन पर लगे सभी आरोपो को सबूतों के अभाव में नाकार दिया। लेकिन तब तक अजहरुद्दीन का करियर पूरी तरह से खत्म हो चुका था।