5 भारतीय खिलाड़ी जिनका इंग्लैंड में खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट करियर हुआ खत्म
टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ी द्वारा किसी एक दौरे पर ख़राब प्रदर्शन कभी-कभी उनके पूरे करियर को ही निगल जाता है। इंग्लैंड का दौरा हमेशा से टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण रहा है लेकिन कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं जिनके टेस्ट करियर पर इंग्लैंड का दौरा एक ग्रहण की तरह रहा। इस आर्टिकल के माध्यम से हम बात करेंगे उन 5 भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में जिनको इंग्लैंड दौरे पर किए गए खराब प्रदर्शन के बाद टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था।
पंकज सिंह: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने 2014 में इंग्लैंड दौरे पर अपने करियर की शुरुआत की लेकिन यही दौरा उनके लिए लगभग अंतिम दौरा बन गया। इंग्लैंड के खिलाफ पंकज सिंह ने 2 टेस्ट मैचों में 2 विकेट लिए थे। मैनचेस्टर टेस्ट के बाद आज तक पंकज को भारतीय टीम में दोबारा मौका नहीं मिला है।
शिखर धवन: टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का टेस्ट करियर लगभग खत्म ही हो चुका है। 2018 में भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे पर शिखर धवन ने एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 3 और 1 रन बनाए थे। इसके बाद से अब तक उन्हें टीम में दोबारा मौका नहीं मिल सका है। धवन 35 साल के भी हो चुके हैं ऐसे में इस बात की संभावना तकरीबन ना के बराबर है कि उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी होगी।
दिनेश कार्तक: टीम इंडिया के विकटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक टेस्ट मैचों में कुछ खास नहीं कर पाए हैं। कार्तिक ने 26 टेस्ट मैचों में 25 की औसत से महज 1025 रन बनाए हैं। दिनेश कार्तिक ने अपना आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ़ लंदन में खेला था। उस टेस्ट मैच की दोनों पारियों में दिनेश कार्तिक ने केवल 1 और 0 रन बनाए थे।
आरपी सिंह: टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह का टेस्ट करियर लंबा ना चल सका था आरपी सिंह ने अपने टेस्ट करियर में केवल 14 टेस्ट मैच खेले थे। आरपी सिंह का आखिरी मैच इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में था। इस टेस्च मैच में उन्हें कोई भी विकेट नहीं मिला था और इसके बाद उन्हें दोबारा भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी।