ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से हराया,सीरीज में 2-0 की बढ़त

Updated: Thu, Feb 05 2015 09:10 IST

ब्रिस्बेन/नई दिल्ली, 20 दिसंबर (CRICKETNMORE) । ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर हो रहे दूसरे टेस्ट में भारत को चार विकेट से हरा दिया। टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों के फेल होने की वजह से भारत को चौथे दिन ही हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ ही मेजबान कंगारुओं ने चार मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। इसके साथ ही ब्रिस्बेन में भारत के अब तक न जीतने का कलंक इस मैच में भी नहीं धुल पाया। भारत ने अब तक इस मैदान पर छह मैच खेले हैं, लेकिन उसे एक में भी जीत नहीं मिली है। पांच मैंच में भारत हारा है, जबकि एक ड्रॉ रहा है। दूसरी ओर, इस मैदान पर आस्ट्रेलिया 1988 के बाद से अब तक नहीं हारा है।

पूरा स्कोरकार्ड : भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (ब्रिस्बेन टेस्ट)

 

दिन की शुरुआत एक विकेट पर 71 रन से करने वाले भारत की दूसरी पारी 224 रन पर सिमट गई। भारत ने सुबह सिर्फ 16 रन जोड़कर चार विकेट गंवाए और अंतत: उसके सभी बल्लेबाज 64.3 ओवर खेलने के बाद पवेलियन लौट गए। कलाई की चोट से घायल सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने जुझारू पारी खेलते हुए 81 रन बनाए। वह छठा विकेट गिरने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे थे। ऑस्ट्रेलिया ने 128 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट गंवाए, लेकिन इस दौरान टीम नियंत्रण में दिखी और उसने गाबा में चौथे ही दिन छह विकेट पर 130 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली।

भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 408 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में पहली पारी में 505 रन बनाकर 97 रनों की बढ़त हासिल की थी। इस मैच का स्कोरकार्ड देखने के लिए क्लिक करें।

भारत के लिए आज कुछ भी अच्छा नहीं रहा। सुबह शिखर धवन को चोट लगी, जिसके कारण विराट कोहली (01) को चेतेश्वर पुजारा (43) के साथ उतरना पड़ा। कोहली के जल्द पविलियन लौटने के बाद मिशेल जॉनसन (61 रन पर चार विकेट) ने भारत के टॉप ऑर्डर को धवस्त कर दिया। जोश हेजलवुड (74 रन पर दो विकेट), मिशेल स्टार्क (27 रन पर दो विकेट) और नाथन लायन (33 रन पर दो विकेट) ने भी दो-दो विकेट चटकाए। धवन और उमेश यादव (30) अगर आठवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी नहीं करते तो टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया को 100 रन से अधिक का लक्ष्य भी नहीं दे पाती।

लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को इशांत शर्मा ने डेविड वॉर्नर (06) और शेन वॉटसन (00) के रूप में दो शुरुआती झटके दिए, लेकिन ओपनर क्रिस रोजर्स (55) और कप्तान स्टीवन स्मिथ (28) ने 63 रन जोड़कर पारी को संभाल लिया। ऑस्ट्रेलिया ने यह जोड़ी टूटने के बाद जल्दी-जल्द विकेट गंवाए लेकिन मिशेल मार्श नॉटआउट (06) ने वरुण आरोन पर चौका जड़कर टीम को जीत दिला दी।

इस हार के साथ उप महाद्वीप के बाहर भारत का खराब प्रदर्शन जारी रहा और उसने पिछले साढ़े तीन साल में 15वीं हार का सामना करना पड़ा। विदेशी सरजमीं पर महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट कप्तान के रूप में खराब प्रदर्शन भी बदस्तूर जारी है। उप महाद्वीप के बाहर उन्होंने 14वां टेस्ट गंवाया है। धोनी की अगुआई में भारत ने 2011 से इंग्लैंड में सात, आस्ट्रेलिया में चार, न्यू जीलैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक एक टेस्ट मैच गंवाया है। दोनों टीमें अब 26 दिसंबर से शुरू होने वाले 'बॉक्सिंग डे' टेस्ट के लिए मेलबर्न जाएंगी। भारत के पास हार के लिए कोई बहाना नहीं है लेकिन अंपायरों के फैसले भी टीम के खिलाफ गए। रोहित शर्मा (00) और रविचंद्रन अश्विन (19) को अंपायरों ने कैच आउट दिया, जबकि टीवी रीप्ले में दिखाया गया कि गेंद बल्ले से नहीं टकराई थी। लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की जीत में क्रिस रोजर्स के सातवें टेस्ट अर्धशतक की अहम भूमिका रही। उन्होंने 50 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अपनी पारी के दौरान 57 गेंद में 10 चौके मारे। कप्तान स्मिथ ने भी 39 गेंद में चार चौकों की मदद से 28 रन बनाए।

भारत ने हालांकि स्मिथ को नौ रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी दिया, जिससे उसकी जीत हासिल करने की रही सही उम्मीद भी टूट गई। पारी के 14वें ओवर में वरुण आरोन की गेंद पर विराट कोहली ने दूसरी स्लिप में उनका कैच टपकाया। इशांत (38 रन पर तीन विकेट) ने इसके बाद रोजर्स को पविलियन भेजा। शॉन मार्श (17) स्मिथ के साथ चौथे विकेट के लिए तेजी से 29 रन जोड़ने के बाद उमेश यादव (46 रन पर दो विकेट) का शिकार बने। स्मिथ भी इसके बाद रन आउट हुए जबकि यादव ने ब्रेड हैडिन (01) को फाइन लेग में कोहली के हाथों कैच कराके आस्ट्रेलिया का स्कोर छह विकेट पर 122 रन किया। मार्श और मिशेल जॉनसन (नॉटआउट 02) ने हालांकि टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

चौथे दिन की शुरुआत एक विकेट पर 71 रन से करने वाली भारतीय टीम का स्कोर जल्द ही पांच विकेट पर 87 रन हो गया। कलाई की चोट के बावजूद शिखर धवन लंच के बाद खेलने उतरे और जुझारू पारी खेलते हुए 81 रन बनाए। उन्होंने49वें ओवर में 101 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। धवन ने उमेश यादव (42 गेंद में 30 रन, दो चौके, दो छक्के) के साथ आठवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी की और टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।

धवन 81 रन बनाने के बाद पारी के 60वें ओवर में नाथन लायन की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। उन्होंने 145 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके मारे। लायन ने वरुण आरोन (03) को भी जोश हेजलवुड के हाथों कैच कराया, जबकि मिशेल जॉनसन ने यादव को विकेटकीपर ब्रेड हैडिन के हाथों कैच कराके भारत की पारी का अंत किया।

विराट कोहली (01) के बाएं हाथ में भी चोट लगी इसके बावजूद वह चेतेश्वर पुजारा के साथ खेलने उतरे। जॉनसन ने भारतीय बैटिंग ऑर्डर ध्वस्त करते हुए 11 गेंद में 10 रन के भीतर तीन विकेट चटकाए। सबसे पहले कोहली ने पारी के 27वें ओवर में जॉनसन की गेंद को विकेटों पर खेला। आठ गेंद बाद 29वें ओवर में जॉनसन ने अजिंक्य रहाणे (10) को बैकवर्ड पॉइंट पर कैच कराया, जबकि दो गेंद बाद रोहित शर्मा (00) विकेटकीपर हैडिन को कैच दे बैठे। अगले ही ओवर में हेजलवुड ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) को एलबीडब्ल्यू आउट करके भारत की मुश्किलें बढ़ा दीं।

भारत ने सुबह सिर्फ 16 रन के भीतर चार विकेट गंवाए। रविचंद्रन अश्विन (19) और पुजारा ने कुछ देर विकेटों के पतन पर विराम लगाया। दोनों ने छठे विकेट के लिए 30 रन जोड़े। मिशेल स्टार्क (27 रन पर दो विकेट) ने अश्विन को विकेट के पीछे कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। धवन इसके बाद कलाई पर पट्टी बांधकर और पेन किलर इंजेक्शन लगाकर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने पुजारा के साथ 26 रन और जोड़े लेकिन हेजलवुड ने पुजारा को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ दिया। पुजारा ने 93 गेंद में सात चौकों की मदद से 43 रन बनाए।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/गोविन्द

 

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