स्टार्क को लगातार मौके मिले तो टेस्ट में भी विश्वकप के समान प्रभाव छोड़ेंगे : डेविडसन

Updated: Sun, Apr 05 2015 11:48 IST

मेलबर्न/नई दिल्ली, 05 अप्रैल (CRICKETNMORE) । महान टेस्ट गेंदबाज एलन डेविडसन ने तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की तारीफ करते हुए कहा है कि विश्व कप में शानदार प्रदर्शन की वजह से स्टार्क का मनोबल इस समय काफी ऊंचा है। यदि उन्हें वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लगातार मौके दिए गए तो वे टेस्ट प्रारूप में भी विश्व कप के समान प्रभाव छोड़ पाएंगे।

दुनिया के बाएं हाथ के महान तेज गेंदबाजों में शामिल डेविडसन ने कहा कि लगातार टीम में बनाए रखने से आत्मविश्वास हासिल कर स्टार्क लाल गेंद के खेल में भी घातक साबित होंगे। 1950 से 1960 के बीच 44 टेस्ट मैचों में 20.00 के औसत से 186 विकेट लेने वाले डेविडसन ने कहा कि स्टार्क का करियर भी काफी कुछ उनके करियर जैसा है। उन्होंने कहा- मैं भी 1953 में पदार्पण करने के बाद 1957 तक ज्यादा नहीं खेल पाया था, लेकिन इसके बाद मैं टीम का नियमित सदस्य बना और फिर मेरी दुनिया बदल गई। स्टार्क का करियर भी ऐसा ही है। 2011 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पदार्पण करन के बाद से वे एक बार भी लगातार दो टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया द्वारा खेले 38 टेस्ट मैचों में से 15 में हिस्सा लिया। डेविडसन ने कहा- मिचेल सही लाइन लैंथ पर गेंदबाजी करना सीख रहे हैं। वे फुललेंथ गेंदबाजी भी कर रहे हैं। लोग पूछते है कि टेस्ट में सफल होने के लिए उन्हें क्या करना चाहिए तो मेरा जवाब रहता है कि कुछ नहीं। गेंद वहीं हैं सिर्फ रंग सफेद की जगह लाल है। वे यदि पूरे आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी करेंगे तो बड़े प्रारूप में भी उसी तरह सफल होंगे।

गौरतलब है कि विश्व कप में किए गए धमाकेदार प्रदर्शन के बाद स्टार्क की गिनती इस समय दुनिया के सबसे घातक गेंदबाजों में की जाती है। उन्होंने 41 वन-डे मैचों में 18.33 के औसत और 23.3 के स्ट्राइक रेट से 83 विकेट लिए हैं। यह बात अभी तक समझ से बाहर है कि वन-डे प्रारूप में इतना सफल होने वाला गेंदबज 15 टेस्ट मैचों में 35.0 के औसत से सिर्फ 50 विकेट ही कैसे ले पाया है।

एजेंसी

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