भारत से हार के बाद कप्तानी को लेकर ये क्या बोल गए मुश्फिकुर रहीम

Updated: Tue, Feb 14 2017 18:46 IST
मुश्फिकुर रहीम ने कहा बोर्ड चाहे तो कर सकता है मेरी कप्तानी का विश्लेषण ()

हैदराबाद, 14 फरवरी (CRICKETNMORE)| बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान मुश्फिकुर रहीम का कहना है कि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) उनकी कप्तानी का 'विश्लेषण' कर सकता है और वह इसके लिए तैयार हैं। भारत के खिलाफ सोमवार को समाप्त हुए एकमात्र टेस्ट मैच में बांग्लादेश को 208 रनों से हार मिली थी। 

वेबसाइट 'ईएसपीएनक्रिकइन्फो डॉट कॉम' की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2013 में बांग्लादेश के वन डे टीम के कप्तान का पद छोड़ने के बाद से उनकी कप्तानी के बारे में चर्चा जारी रही है।

2015 के बाद से कप्तान के तौर पर उनकी आलोचनाएं बढ़ने लगीं और इसका असर भारत के खिलाफ खेले गए हैदराबाद टेस्ट मैच में साफ नजर आया, जहां उनकी विकेटकीपिंग भी सवालों के घेरे में आ गई।

ये भी पढ़ें:  ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम का एलान हुआ, 3 बड़े खिलाड़ी बाहर

क्लिक करें और पढ़ें की कप्तानी पर सवाल पर क्या बोले मुश्फिकुर रहीम

 

हालांकि, मुश्फिकुर का कहना है कि वह टीम में विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान के तौर अपने किरदारों से खुश हैं।

बांग्लादेश के लिए हैदराबाद टेस्ट मैच की पहली पारी में मुश्फिकुर ने 127 रन बनाए थे, जिससे मध्यम क्रम में बल्लेबाज के तौर पर उनकी भूमिका स्पष्ट हुई। उनका कहना है कि 2011 में बीसीबी द्वारा उन्हें विकेटकीपर, बल्लेबाज और कप्तान की भूमिकाएं सौंपे जाने के बाद से वह इन्हें निभाकर खुश हैं। यह बोर्ड पर है कि वह इस मुद्दे पर विचार करता है या नहीं।

मुश्फिकुर ने कहा, "मेरा रन बनाने का औसत 33 या 34 से अधिक नहीं है। तो, फिर किस प्रकार मैं बांग्लादेश का शीर्ष बल्लेबाज कहला सकता हूं। यह जरूर है कि अगर आपको टीम में दो या तीन भूमिकाएं सौंपी गई हैं, तो इसका मतलब है कि प्रबंधन ने आप पर भरोसा जताया है। मेरे किरदारों का फैसला बोर्ड पर निर्भर करता है और उन्हें मेरे भविष्य का फैसला करने दें।"

बांग्लादेश टेस्ट टीम के कप्तान मुश्फिकुर ने कहा, "इस वक्त मैं अपने काम का आनंद ले रहा हूं। मध्यमक्रम के बल्लेबाज के तौर पर खेलना मुझे अच्छा लगता है। बीसीबी के अधिकारी फैसला ले सकते हैं, लेकिन जहां तक मेरी बात है मैं टीम में अपने तीनों किरदारों से खुश हूं। कप्तानी मेरे हाथों में नहीं है। बोर्ड इसका विश्लेषण कर इस बारे में फैसला ले सकता है।" 

 

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें