जडेजा-एंडरसन मामले में नये सिरे से जांच के लिए बीसीसीआई ने बनाया दबाव
नई दिल्ली, 05 अगस्त (हि.स.) । जडेजा-एंडरसन विवाद के मामले में आईसीसी जांच पर सवालियां निशान उठाते हुए बीसीसीआई ने फिर से मामले की जांच शुरु करने के लिए अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद पर दबाव डालते हुए दूबारा जांच करने की मांग की है। आईसीसी ने मामले को रफा-दफा करते हुए दोनो ही खिलाड़ियों को आरोपो से बरी कर दिया था।
गौरतलब है कि ट्रेटब्रिज टेस्ट के दौरान हुए जडेजा और एंडरसन के गाली-गलौज की घटना हुए थी जसके बाद दोनो खिलाड़ियों ने आईसीसी ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे। 25 जुलाई को हुई सुनवाई में जडेजा को श्रेणी एक का दोषी करार दिया गया। इसके बाद 1 अगस्त को एंडरसन पर सुवनाई हुई जिसके बाद सीसीटीवी साक्ष्य और निष्पक्ष बयानों के अभाव में आईसीसी द्वारा नियुक्त जूडिशियल कमिश्नर ने गॉर्डन लुइस ने एंडरसन को श्रेणी-3 के आरोप से बरी कर दिया। टीम इंडिया ने एंडरसन पर रवींद्र जडेजा को अपशब्द कहने और धक्का देने के लिए श्रेणी-3 का आरोप लगाया था। इस सुनवाई के बाद जडेजा को भी आरोपों से बरी कर दिया था। बीसीसीआई ने एंडरसन पर उचित कार्यवाही न होने के विरोध में पुन: जांच की मांग की है।
आईसीसी नियमों के तहत किसी न्यायिक आयुक्त के निर्णय के खिलाफ संबंधित खिलाड़ी या आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन अपील कर सकते हैं। लेकिन यह अपील आईसीसी की विधि अध्यक्ष से लिखित आदेश मिलने के सात दिनों के अंदर करना होता है। न्यायिक आयुक्त के फैसले के खिलाफ की गई अपील पर आईसीसी की आचार संहिता आयोग के तीन सदस्यों वाली समिति नए सिरे से सुनवाई करेगी, और उनके पास पूर्व में दिए गए फैसले में फेरबदल करने का अधिकार होगा।
अपील किए जाने के 48 घंटे के भीतर विधि अध्यक्ष इस समिति का गठन करेंगे। चूंकि मामला भारत और इंग्लैंड के बीच है, इसलिए समिति के तीनों सदस्यों को बाकी आठ पूर्णकालिक देशों के सदस्यों में से चुना जाएगा. समिति गठन के 30 दिनों के अंदर मामले की सुनवाई करनी होगी और इस समिति का फैसला अंतिम होगा।
हिन्दुस्थान समाचार/धीरेन्द्र/अनूप