बीसीसीआई ने एमसीए पिच क्यूरेटर सलगांवकर को बर्खास्त किया
पुणे, 25 अक्टूबर (Cricketnmore)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भ्रष्टाचार मामले में फंसे महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) के पिच क्यूरेटर पांडुरंग सलगांवकर को बर्खास्त कर दिया है।
इस कारण भारत और न्यूजीलैंड के बीच पुणे वनडे का मैच भ्रष्टाचार के घेरे में फंस गया था। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पिच का निरीक्षण कर मैच को तय समय पर आयोजित करने का फैसला लिया।
सलगांवकर बुधवार को भारत-न्यूजीलैंड के बीच पुणे में दूसरे एकदिवसीय मैच से पहले एक निजी चैनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में कथित तौर पर मैच से पहले पिच से छेड़छाड़ की बात कहते हुए पकड़े गए थे।
पिच क्यूरेटर सलगांवकर के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। एक टेलीविजन चैनल का दावा है कि उसने सट्टेबाज के रूप में एक स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें उसने सलगांवकर से पिच की स्थिति जानने की कोशिश की। चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में सलगांवकर कह रहे हैं कि वह दो गेंदबाजों को ध्यान में रखते हुए पिच तैयार करेंगे। हालांकि, उन्होंने इन दो गेंदबाजों का नाम नहीं लिया है। आईसीसी के नियमों के अनुसार पिच की जानकारी देना अपराध है।
चैनल 'इंडिया टुडे टीवी' के अनुसार, सलगांवकर को कैमरे पर यह कहते सुना जा रहा है कि काम हो जाएगा। सलगांवकर ने कहा, "यह पिच अच्छी है। इस पिच पर 337 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है।"
इसके बाद, कैमरे में क्यूरेटर और अन्य को पिच पर जाते देखा जा रहा है। इसमें सलगांवकर कह रहे हैं, "इस तरह अनजान लोगों को पिच पर जाने की अनुमति नहीं है, लेकिन हम ऐसा कर रहे हैं। बीसीसीआई के निरीक्षक भी आस-पास हैं।"
सलगांवकर ने कहा, "कोई भी अनजान व्यक्ति पिच पर नहीं जा सकता। यह बीसीसीआई और आईसीसी का नियम है। अगर कल कोई मुझसे पूछेगा, तो मैं कहूंगा कि कोई नहीं आया और मुझे इस बारे में नहीं पता।"
इसके बाद बीसीसीआई और महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन ने कहा कि सलगांवकर को बर्खास्त करने का फैसला किया गया है। बीसीसीआई ने बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
बीसीसीआई ने कहा कि इससे मैच की शुरुआत पर कोई असर नहीं पड़ा और मैच तय समय पर ही शुरू हुआ।
बयान में कहा गया है, "अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मैच रैफरी क्रिस ब्रॉड ने मैच से पहले पिच का निरीक्षण किया और अपनी मंजूरी दी।"
बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा कि, "खेल की भावना को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी हरकत को बीसीसीआई बर्दाश्त नहीं करेगी। हमने सावधानी से काम किया है और यह सुनिश्चित किया है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे मैच में किसी तरह की कमी न रहे।"
अमिताभ ने कहा, "यह काफी गंभीर मामला है। ऐसे मामलो में कुछ भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सलगांवकर प्रथम श्रेणी के क्रिकेट खिलाड़ी रह चुके हैं। इसलिए, यह खबर और भी अधिक हैरान कर देने वाली है।"
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी सख्त कार्रवाई की बात की है।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रिेटर्स (सीओए) ने भी इस मामले की जानकारी ली है।
बीसीसीआई का कामकाज देख रही प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने कहा, "हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और संबंधित व्यक्तियों के संपर्क में हैं। हमने इसकी रिपोर्ट मांगी है उसके हिसाब से ही कम काम करेंगे। बीसीसीआई में हम इस तरह के मामलों में जीरो टॉलेरेंस की नीति अपनाते हैं।"