आखिर क्या गलती कर रहे हैं करुण नायर? इसके बाद शायद क्रिकेट भी ना दे तीसरा मौका
करुण नायर को क्रिकेट ने दूसरा मौका तो दिया है लेकिन नायर इस मौके को भुनाते हुए नहीं दिख रहे हैं। अभी तक इंग्लैंड में खेली गई पांच पारियों में वो एक भी अर्द्धशतक नहीं लगा पाए हैं। नायर 3006 दिनों के अंतराल के बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने में तो सफल रहे लेकिन वो अभी तक अपनी छाप छोड़ने में असफल रहे हैं। नायर ने टेस्ट क्रिकेट में जो तिहरा शतक लगाया है उसके बाद से उनके बल्ले से एक भी अर्द्धशतक नहीं आया है और उनका दूसरा बेस्ट स्कोर 40 रन है।
घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने वाले नायर ने इंग्लैंड पहुंचने पर तुरंत प्रभाव डाला, इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा और अपनी दावेदारी पेश की। भारतीय टीम मैनेजमेंट ने भी नायर पर भरोसा जताया और उन्हें पहले ही मैच से मौका दिया। करुण पहले टेस्ट में छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे थे, और उनकी वापसी वैसी नहीं रही जैसी उन्होंने उम्मीद की होगी। चार गेंदों पर शून्य और फिर 37 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए, दूसरी पारी में 54 गेंदों पर 20 रन बनाए।
इसके बाद एजबस्टन टेस्ट में उन्होंने 31 रन बनाए, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। फिर, दूसरी पारी में, वो एक बार फिर अच्छी लय में दिखे, लेकिन आउट होने से पहले केवल 26 रन ही बना पाए। दो टेस्ट मैचों में फ्लॉप होने के बाद भी भारतीय टीम प्रबंधन ने उन्हें लॉर्ड्स में एक और मौका दिया। 33 वर्षीय करुण उस समय बल्लेबाज़ी करने आए जब भारत बड़ी मुश्किल में था क्योंकि जोफ्रा आर्चर तूफानी बॉलिंग कर रहे थे। उन्होंने यशस्वी जायसवाल को आउट कर दिया था और करुण नायर के साथ केएल राहुल पर पारी को संभालने की जिम्मेदारी थी जिसे उन्होंने बखूबी निभाया।
दूसरे दिन टी-ब्रेक के बाद करुण थोड़े ज़्यादा आक्रामक दिखे और स्ट्रोक्स लगाने लगे लेकिन इस मैच की पहली पारी में भी वो सिर्फ 40 रन बनाकर आउट हो गए। इस तरह अभी तक इंग्लैंड दौरे पर वो 5 पारियों में सिर्फ 117 रन ही बना पाए हैं। वहीं, शुभमन गिल के नाम भी इतनी ही पारियों में 601 रन हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि नायर बैटिंग विकेटों पर भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं।
Also Read: LIVE Cricket Score
खैर, करुण के लिए ज़्यादा कुछ गलत नहीं हो रहा है। वो अच्छा खेल रहे हैं, लेकिन इस समय आउट होने के अलग-अलग तरीके ढूंढते दिख रहे हैं। दूसरे दिन जिस गेंद पर वो आउट हुए, वो भी खेलने लायक नहीं थी, फिर भी उन्होंने आउट होने का रास्ता ढूंढ़ ही लिया। ऐसे में अगर दूसरी पारी में वो बड़ा स्कोर बनाने में असफल हुए तो शायद टीम मैनेजमेंट चौथे टेस्ट मैच से उनका पत्ता काट सकती है। ऐसे में उन्हें दूसरी पारी में हर हाल में बड़ी पारी खेलनी होगी।