इंग्लैंड-श्रीलंका मुकाबला ड्रॉ पर हुआ खत्म, बना ये खास रिकॉर्ड
ट्रेंटब्रिज, 22 जून। मंगलवार को इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच खेला गया वन डे सीरीज का पहला मुकाबला टाई पर खत्म हुआ। इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाज लियम प्लंकेट ने पारी की आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर इस रोमांचक मुकाबले को टाई करवाया।
टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान टीम श्रीलंका की शुरूआत ज्यादा अच्छी नही रही और टीम के टॉप 3 बल्लेबाज 56 रन के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए। इसके बाद दिनेश चांदीमल ने कुछ देर के लिए पारी को संभाला लेकिन वह 37 रन बनाकर मोइन अली का शिकार बन गए। इसके बाद क्रीज पर आए कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने टीम को मुसीबत से उभारने के लिए सूझ-बूझ भरी पारी खेली। मैथ्यूज ने 109 गेंदों में 5 चौके की मदद से 73 रन बनाए। उनके अलावा सीकुगे प्रसन्ना के 28 गेंदों में 59 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली जिसमें 7 चौके औऱ 4 छक्के शामिल थे। इन दोनों शानदार पारियों के चलते श्रीलंका ने नौ विकेट पर 286 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया।
इंग्लैंड के लिए लियम प्लंकेट , क्रिस वोक्स और डेविड विले ने दो-दो विकेट और मोइल अली ने एक विकेट लिया।
श्रीलंका के 287 रनों के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही औऱ तीन रन के कुल स्कोर पर मैथ्यूज ने जेसन रॉय को एलबीडब्ल्यू कर दिया। इसके बाद 17 रन तक पहुंचते-पहुंचते एलेक्स हेल्स औऱ जो रूट भी पवेलियन लौट गए। इंग्लैंड के 4 विकेट 30 ही रन पर चले गए। इसके बाद कप्तान इयान मोर्गन ने 43 रनों की पारी खेलकर टीम को संभाला। मोर्गन के आउट होने के बाद जॉस बटलर के 93 और क्रिस वोक्स ने नॉटआउट 95 रनों की पारी खेलकर टीम को श्रीलंका के स्कोर के करीब पहुंचाया। मैच पूरी तरह से तरह से श्रीलंका के पाले में आ गया था लेकिन नुवान प्रवीन द्वारा डाली गई अंतिम ओवर की अंतिम गेंद पर लियम प्लंकेट ने छक्का जड़ मैच टाई करा दिया।
श्रीलंका के लिए एंजेलो मैथ्यूज, सुरंगा लकमल औऱ नुवान प्रदीप ने दो-दो और सिकुग्गे प्रसन्ना और महरूफ ने एक-एक विकेट अपने खाते में डाला।
वन डे क्रिकेट इतिहास में तीसरी बार हुआ ऐसा
वन डे क्रिकेट के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब किसी खिलाड़ी ने अंतिम गेंद पर छक्का मारकर मैच टाई कराया है। इससे पहले 10 दिसंबर 1992 को पाकिस्तान के आसिफ मुज्तबा ने होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह कारनामा किया था। इसके बाद नीदरलैंड्स2 के माइकल रिप्पोन ने 9 जुलाई 2013 में एमस्टलवीन में आयरलैंड के खिलाफ यह कमाल किया था।