अजिंक्य रहाणे के उपकप्तान बनने पर उठे सवाल, पूर्व क्रिकेटर ने कहा - 'रविंद्र जडेजा के बारे में क्यों नहीं सोचते'
भारतीय टीम वेस्टइंडीज का एक लंबा दौरा करने वाली है जहां, इन दोनों ही टीमों के बीच दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 मुकाबले खेले जाएगा। इन दौरे की शुरुआत भारत और वेस्टइंडीज के बीच 12 जुलाई से खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच के साथ होगी। कप्तान रोहित शर्मा एक बार फिर सफेद जर्सी में भारतीय टीम की अगुवाई करते नज़र आएंगे, वहीं उपकप्तान के तौर पर उनकी मदद करेंगे अनुभवी बल्लेबाज़ अजिंक्य रहाणे।
जी हां अजिंक्य रहाणे को एक बार फिर टेस्ट टीम की उपकप्तानी सौंपी गई है। बीते समय में रहाणे ने काफी संघर्ष किया है। यह दाएं हाथ का अनुभवी बल्लेबाज़ टेस्ट टीम में अपनी जगह खो चुका था, लेकिन इसके बाद डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के दम पर एक बार फिर रहाणे को टेस्ट टीम में एंट्री मिली। रहाणे ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी टीम के लिए सर्वाधिक रन (89) (46) बनाए जिसका उन्हें इनाम मिला है। भारतीय चयनकर्ताओं ने बतौर उपकप्तान रहाणे को वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया है।
हालांकि भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर चयनकर्ताओं के इस फैसले से ज्यादा खुश नज़र नहीं आए हैं। दरअसल, क्रिकेट पंडितों का मानना है कि अब टेस्ट टीम को एक नए उपकप्तान की जरूरत है जो भविष्य में कप्तान के तौर पर रोहित शर्मा की रिप्लेसमेंट बनकर टीम की अगुवाई कर सके।
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और चयनकर्ता सबा करीम ने भी रहाणे को उपकप्तान बनाए जाने पर नाराजगी जताई है। उनका मानना है कि टेस्ट टीम में उपकप्तानी स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि लोग रवींद्र जडेजा के बारे में बात क्यों नहीं करते। वह भारतीय टीम के लिए सभी फॉर्मेट में नियमित खिलाड़ी हैं और भारत की टेस्ट क्रिकेट में सफलता में भी उनका बड़ा योगदान रहा है। ऐसे में एक लीडर के रूप में उनके बारे में कभी बात क्यों नहीं की गई? वह भारतीय टीम के ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको रिप्लेस नहीं किया जा सकता और वह नेशनल टीम का नेतृत्व करने में समान रूप से सक्षम है।'
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सबा करीम ने यह भी साफ किया है कि अगर भारतीय चयनकर्ता रविंद्र जडेजा में भारतीय टेस्ट कप्तान नहीं देखते हैं तो ऐसे में शुभमन गिल को टेस्ट टीम की उपकप्तानी सौंपी जा सकती थी। ऐसा इसलिए क्योंकि वह भारतीय टीम के भविष्य माने जा रहे हैं। चयनकर्ताओं के पास रहाणे के अलावा भी ऑप्शन मौजूद थे।