पुणे टेस्ट में भारत को मिली करार हार के बाद यह क्रिकेटर हुआ नाराज, कहा- उन्हें वास्तव में....
न्यूज़ीलैंड ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भारत को 113 रन से मात देते हुए सीरीज पर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। दूसरे टेस्ट में मिली हार के बाद पूर्व खिलाड़ी अनिल कुंबले (Anil Kumble) भारतीय टीम से काफी नाराज है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
कुंबले ने कहा कि, "मुझे लगता है कि यही डब्ल्यूटीसी की खूबसूरती है। मैं जानता हूं कि सीरीज भारत के लिए हो चुकी है, लेकिन फिर हर टेस्ट मैच भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने स्पष्ट रूप से इसे अपने लिए कठिन बना लिया है। सीरीज की शुरुआत में, हमने वास्तव में चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने के लिए आपको पांच जीत दिलाने के बारे में बात की थी। लेकिन अब अगर आपको अगले छह मैचों में उन चार जीतों की जरूरत है, तो यह और भी कठिन हो जाता है क्योंकि एक वानखेडे स्टेडियम में न्यूजीलैंड की इस बेहद आत्मविश्वासी टीम के खिलाफ है और फिर ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच जीतें हैं।"
पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि, "मैं जानता हूं कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो सीरीज में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिर भी भारत के लिए क्वालीफाई करना और भी कठिन है, लेकिन उन्हें वास्तव में एकजुट होकर काम करना होगा। बल्लेबाजी निराशाजनक रही। गेंदबाजी में हर समय चुनौतियां रहेंगी। वहां भारत के टॉप पर होने का कारण यह है कि भारतीय गेंदबाज वो 20 विकेट लेने में सफल रहे हैं। बल्लेबाजी को एक साथ आने और रन बनाने की शुरुआत करने की जरूरत है।"
भारत अब न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच जीतने के लिए बेताब होगा। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल के लिए सीधे क्वालीफाई करने के लिए उन्हें शेष 6 टेस्ट मैचों में कम से कम 4 जीत की आवश्यकता है। भारत यहां से गेम हारने का जोखिम नहीं उठा सकता है, और यदि वे ऐसा करते हैं तो उन्हें टूर्नामेंट के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए अन्य टीमों पर निर्भर रहना होगा।
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टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूज़ीलैंड ने पहली पारी में 256 रन बनाए थे। जिसके जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 156 रन पर ढेर हो गयी थी। ऐसे में न्यूज़ीलैंड को पहली पारी में 103 रन की विशाल बढ़त मिली। दूसरी पारी में कीवी टीम 255 रनों पर ऑलआउट हो गई थी और पहली पारी में 103 रन की बढ़त के चलते मेजबान टीम को 359 रन का विशाल लक्ष्य दिया, जिसके जवाब में भारत दूसरी पारी में 245 रन पर ऑलआउट हो गया।