मैं कौन होता हूं ये कहने वाला कि रोहित और विराट को टी-20 खेलना चाहिए या नहीं ?
भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को लगता है कि भारतीय टीम को टी-20 खेलने का अपना दृष्टिकोण बदलना होगा और इसके लिए मौजूदा टॉप तीन - रोहित शर्मा, के एल राहुल और विराट कोहली को अपने स्ट्राइक रेट में तेजी लानी होगी। पिछले 12-13 महीनों में टी20 टूर्नामेंटों में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद खेल के छोटे प्रारूप में रोहित और कोहली के भविष्य को लेकर काफी चर्चा हो रही है।
इसी कड़ी में भज्जी ने भी कहा है कि वो कोई नहीं होते हैं ये कहने वाले कि रोहित और विराट को टी-20 फॉर्मैट खेलना चाहिए या नहीं। पीटीआई से बात करते हुए हरभजन ने कहा, 'टी20 प्रारूप में दृष्टिकोण बदलना होगा। पहले छह ओवर महत्वपूर्ण हैं। यदि ऐसा नहीं होता है तो आप 20 गेंदों में 50 रन बनाने के लिए हार्दिक या सूर्या पर निर्भर होंगे। यदि वो नहीं चलते हैं, तो आप फिर खत्म हो जाएंगे।"
103 टेस्ट खेलने वाले इस दिग्गज ने आगे बोलते हुए कहा, 'इंग्लैंड ने अपना रवैया बदला और उन्होंने दो विश्व कप जीते। टी20 को वनडे की तरह नहीं बल्कि टी20 की तरह खेला जाना चाहिए। सभी शीर्ष-तीन (रोहित, विराट, केएल) को अपनी स्ट्राइक रेट बढ़ाने की जरूरत है। जब आप 110 या 120 के स्ट्राइक पर बल्लेबाजी करते हैं और 180 बनाने की कोशिश करते हैं तो ये कठिन होता है। उन्हें प्रति ओवर कम से कम 9 रन बनाने होंगे। पहले 10-12 ओवर तक ऐसे खेलना होगा।"
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भज्जी ने कहा, "मैं कमेंट करने वाला कोई नहीं हूं कि उन्हें टी-20 खेलना चाहिए या नहीं। वो गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं यदि वो फिट रह सकते हैं तो क्यों नहीं, बशर्ते दृष्टिकोण अलग हो। खिलाड़ियों को रातोंरात नहीं बदला जा सकता है, दृष्टिकोण को बदलना होगा।"