आइसलैंड क्रिकेट ने आंकड़े शेयर करके काटा बवाल, कहा- 'विराट कोहली ड्रॉप क्यों नहीं हो रहे हैं?'
विराट कोहली एक ऐसा नाम जिसने पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय तक भारतीय क्रिकेट के बोझ को अपने कंधों पर उठाया है और भारतीय क्रिकेट को बुलंदियों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। 2019 तक तो विराट कोहली एक अलग ही प्लेनेट पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे और ऐसा लग रहा था कि वो क्रिकेट इतिहास के लगभग सभी रिकॉर्ड्स को ध्वस्त कर देंगे मगर 2019 के बाद उनकी फॉर्म में ऐसी गिरावट आई जिसकी किसी भी भारतीय फैन ने उम्मीद नहीं की थी।
लगभग तीन साल तक वो एक अंतर्राष्ट्रीय शतक के लिए तरसते रहे। इस दौरान जब उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ अपना 71वां अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया तो लगा कि पुराना विराट कोहली लौट आया है लेकिन अभी तक हम सब उस पुराने विराट कोहली का सिर्फ इंतज़ार ही कर रहे हैं। अगर टेस्ट फॉर्मैैट की बात करें तो पिछले तीन साल तो विराट कभी भी याद नहीं रखना चाहेंगे और यही कारण है कि आइसलैंड क्रिकेट ने विराट कोहली पर तंज कसते हुए उन्हें ड्रॉप करने तक की बात कह दी है।
आइसलैंड क्रिकेट को सोशल मीडिया पर अक्सर बाकी देशों का मज़ाक उड़ाते हुए देखा गया है और इस बार उन्होंने विराट कोहली को अपने निशाने पर रखा है। क्रिकेट आइसलैंड ने सोशल मीडिया पर विराट कोहली के पिछले तीन साल के टेस्ट आंकड़े शेयर करके पूछा है कि विराट कोहली को ड्रॉप क्यों नहीं किया जा रहा है ? आइसलैंड क्रिकेट ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, 'क्या कुछ खिलाड़ियों को ड्रॉप नहीं किया जा सकता है? विराट कोहली को ही ले लीजिए, जिनका पिछले 3 साल का टेस्ट रिकॉर्ड है:
2020: 19.33 की औसत से 116
2021: 28.21 की औसत से 536
2022: 265 की औसत से 26.50
पिछले 3 वर्षों और 36 पारियों से निरंतर औसत दर्जे का प्रदर्शन। लेकिन क्या कोहली के बैंक में अब भी पर्याप्त क्रेडिट बचा हुआ है?'
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आइसलैंड क्रिकेट के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय फैंस काफी बवाल कर रहे हैं और भारत के स्टार क्रिकेटर पर निशाना साधने को लेकर आइसलैंड क्रिकेट पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं लेकिन विराट के पिछले तीन साल के आंकड़े देखकर क्या आप उन्हें टेस्ट टीम में रखना पसंद करेंगे, अपनी राय जरूर दीजिएगा।