INDvAUS: भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप में 8 साल बाद मिली जीत,शिखऱ धवन बने जीत के हीरो 

Updated: Mon, Jun 10 2019 00:33 IST
Indian Cricket Team (Twitter)

लंदन, 10 जून (CRICKETNMORE)| शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली की शानदार पारी के बाद गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने यहां केनिंग्टन ओवल मैदान पर रविवार को खेले गए वर्ल्ड कप-2019 में लगातार दूसरी जीत दर्ज की। भारत ने इस मैच में 36 रनों से जीत हासिल की।  धवन को उनके शानदार शतक के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। 

भारत द्वारा दिए गए 353 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम निर्धारित 50 ओवर में 316 रनों पर ही ऑलआउट हो गई। भारत की टूर्नामेंट में यह लगातार दूसरी जीत है, उसने अपने पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को मात दी थी। 

वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की यह अबतक की चौथी जीत है। इस जीत के बाद भारत तालिका में चार अंकों के साथ तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। इससे पहले वर्ल्ड कप में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप में जीत हासिल की थी। 

लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान एरोन फिंच ने डेविड वॉर्नर के साथ मिलकर सधी हुई शुरुआत की और टीम के स्कोर को 50 के पार ले गए। 

61 के कुल योग पर वार्नर और फिंच के बीच तालमेल में कमी आई और अस्ट्रेलियाई कप्तान रन आउट हो गए। फिंच ने 35 गेदों पर तीन चौके और एक छक्के की मदद से 36 रन जड़े। 

इसके बाद, वार्नर ने पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ मिलकर अपनी टीम की पारी को आगे बढ़ाया। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 72 रनों की साझेदारी हुई। स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में वार्नर 56 के निजी स्कोर पर अपना विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 84 गेंदों की अपनी पारी में पांच चौके लगाए। 

 

बांए हाथ के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (42) और स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के कुल योग को 200 के पार ले गए। जसप्रीत बुमराह ने ख्वाजा को पवेलियन की राह दिखाकर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। 

कप्तान विराट कोहली ने गेंदबाजी में बदलाव किया। वह तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को लेकर आए जिसका लाभ भारत को जल्द मिला। भुवनेश्वर ने भारत के लिए खतरनाक दिख रहे स्मिथ को 69 के निजी स्कोर पर आउट किया। मार्कस स्टोइनिस अपना खाता भी नहीं खोल पाए और भुवनेश्वर का दूसरा शिकार बने। यहां से अखिरी 10 ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 115 रनों की दरकार थी। 

ऑस्ट्रेलिया को ऑलराउंडर ग्लैन मैक्सवेल से धमाकेदार पारी की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। मैक्सवेल 28 के निजी स्कोर पर चहल का दूसरा शिकार बने। उन्होंने 14 गेंदों पर पांच चौके लगाए। 

एलेक्स कैरी ने एक छोर संभाले रखा। बुमराह ने दूसरे छोर पर नाथन कल्टर नाइल (4) को आउट करके ऑस्ट्रेलिया की मुश्किलें और बढ़ा दी। 

पैट कमिंस (8) को भी बुमराह ने अपना शिकार बनाया। मिशेल स्टार्क (3) और एडम जाम्पा (1) भी सस्ते भी पवेलियन लौट गए। कैरी ने नाबाद 55 रनों का योगदान दिया। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने तीन-तीन विकेट लिए जबकि युजवेंद्र चहल ने दो विकेट चटकाए।

इससे पहले, टॉस जीतकर कोहली ने बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया जो सही साबित हुआ। धवन और कोहली ने दमदार बल्लेबाजी की और अपनी टीम को वर्ल्ड कप में अब तक का चौथा सबसे बड़ा स्कोर हासिल करने में मदद की।

किसी भी टीम ने इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप में 350 या उससे अधिक रन नहीं बनाए थे। 

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतकीय पारी खेलने वाले रोहित शर्मा और धवन ने भारत को सधी हुई शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने पहले 10 ओवर में पिच को परखा। शुरुआत में दोनों धीमे रहे लेकिन बाद में तेजी से रन बनाए। 

दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 127 रनों की बेहतरीन साझेदारी हुई। शर्मा को 57 के निजी स्कोर पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराकर कल्टर नाइल ने भारत को पहला झटका दिया। 

 

70 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाने वाले शर्मा के पवेलियन लौटने के बाद कप्तान विराट कोहली पिच पर आए और उन्होंने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। 

कोहली ने धीमी शुरुआत की। उन्होंने दूसरे छोर पर खड़े धवन को अधिक स्ट्राइक दी और सलामी बल्लेबाज ने भी उन्हें निराश नहीं किया। उन्होंने वनडे में अपना 17वां जबकि वर्ल्ड कप मुकाबलों में तीसरा शतक जड़ा। 

धवन (117) का महत्वपूर्ण विकेट स्टार्क ने चटकाया। कोहली और धवन के बीच 93 रनों की साझेदारी हुई। धवन ने 109 गेंदों की अपनी पारी में 16 चौके लगाए।

इसके बाद, कोहली ने हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या के साथ मिलकर तेजी से भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। अंत के 10 ओवरों में दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। 

दोनों बल्लेबाज मिलकर भारत के कुल योग को 300 के पार ले गए। तेजी से रन बनाने के चक्कर में पांड्या 48 के निजी स्कोर पर कमिंस का शिकार हुए। उन्होंने 27 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के जड़े। 

पांड्या और कोहली के बीच 81 रनों की साझेदारी हुई। ऑलराउंडर के पवेलियन लौटने के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने कोहली के साथ मोर्चा संभाला।

धोनी को 27 के निजी स्कोर पर स्टोइनिस ने आउट किया। स्टोइनिस ने कोहली को भी पवेलियन भेजा। भारतीय कप्तान ने 77 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के की मदद से 82 रन बनाए। 

लोकेश राहुल 11 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कमिंस, स्टार्क, कल्टर नाइल को एक-एक विकेट मिला जबकि स्टोइनिस ने दो विकट चटकाए।
 

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