IND vs PAK: पाकिस्तान के गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने के लिए टीम इंडिया की मदद करने आया ये खास शख्स
19 सितंबर,(CRICKETNMORE)। भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों को शुरू से ही बाएं हाथ के गेंदबाजों को खेलने में परेशानी हुई हैं। चाहे वो एशिया की विकेट हो या विदेश पिच हमेशा से बाएं हाथ के गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बने हैं।
बात करें अगर 2017 में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले की तो मोहम्मद आमिर ने रोहित शर्मा, शिखर धवन और विराट कोहली रूप में शरुआती तीन विकेट चटकाकर भारतीय टीम की कमर तोड़ दी थीं। इसके अलावा साल 2016 में एशिया कप मुकाबलें में भी मोहम्मद आमिर ने भारतीय बल्लेबाजों पर कहर बरपाया था।
इसके अलावा साल 2012-13 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए वनडे और टी20 सीरीज में पाकिस्तान के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान और जुनैद खान ने बेहतरीन गेंदबाजी प्रदर्शन किया था। उस वनडे सीरीज में जुनैद खान ने कुल 8 विकेट चटकाया था।
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आपको बता दें कि एशिया कप में भारत का अगला मुकाबला पाकिस्तान से होने वाला है जो कि बाएं हाथ के गेंदबाजों से भरी हुई हैं। पाकिस्तान की टीम में मोहम्मद आमिर, जुनैद खान और उस्मान खान और शाहीन अफरीदी के रूप में तीन प्रमुख तेज गेंदबाज है जिन्हें खेलना भारतीय बल्लेबाजों के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होगा।
इस एशिया कप के मद्देनजर बीसीसीआई ने इस समस्या से निपटारे के लिए श्रीलंका के नुवान सेनिविरत्ने को भारतीय टीम के थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट के तौर पर नियुक्त किया गया है जो भारतीय बल्लेबाजों को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के गेंदों की सामना करने के अभ्यास करा रहे हैं । इससे पहले रघुवीर को साल 2011 से ही टीम इंडिया के थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट के तौर पर टीम में रखा गया हैं जो भारतीय टीम के कोच संजय बांगर के साथ मिलकर बल्लेबाजों को नेट में बल्लेबाजी का अभ्यास कराते है।
भारतीय टीम को एशिया कप के बाद नवंबर ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है जहां उनके लिए मिशेल स्टार्क कड़ी चुनौती पेश करेंगे। हाल ही इंग्लैंड के खिलाफ हुए टेस्ट सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों को सैम कुर्रेन की गेंदों को खेलने में परेशानी आयी थी। यहाँ तक कि वनडे और टी20 में भी इंग्लैंड के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज डेविड विली ने भारतीय बल्लेबाजों को अपनी गेंदजों से खूब परेशान किया था। ऐसे में अभी से इस तरह की तैयारी एशिया कप और आगामी विदेशी दौरे पर भारतीय बल्लेबाजों के लिए कारगार साबित हो सकती हैं।