IPL 2025: चेन्नई ने कोलकाता से छीनी जीत, चेन्नई की रोमांचक 2 विकेट की जीत से कोलकाता की प्लेऑफ उम्मीदों को झटका
CSK vs KKR Highlights: धोनी(MS Dhoni) के छक्के और ब्रेविस की तूफानी फिफ्टी की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स(CSK) ने कोलकाता नाइट राइडर्स(KKR) को 2 विकेट से हराकर रोमांचक जीत दर्ज की। 180 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने पावरप्ले में 5 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन ब्रेविस(Dewald Brevis) और दुबे(Shivam Dube) ने टीम को संभाला। आखिरी ओवर में धोनी ने छक्का और अंशुल कंबोज(Anshul Kamboj) ने चौका लगाकर टीम को जीत दिलाई, जिससे कोलकाता की प्लेऑफ की राह अब और कठिन हो गई है।
कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आईपीएल 2025 का 57वां मुकाबला रोमांच से भरपूर रहा। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए कोलकाता ने अजिंक्य रहाणे (48 रन), आंद्रे रसेल (38 रन) और मनीष पांडे (36*) की पारियों के दम पर 179/6 रन बनाए। जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स ने खराब शुरुआत के बावजूद डेवाल्ड ब्रेविस (52 रन), शिवम दुबे (38 रन) और एमएस धोनी (17*) की संयमित बल्लेबाज़ी से 19.4 ओवर में 183/8 रन बनाकर मुकाबला 2 विकेट से जीत लिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की शुरुआत बेहद खराब रही। पावरप्ले के अंदर ही टीम ने 5 विकेट खो दिए थे। आयुष म्हात्रे और डेवोन कॉनवे खाता भी नहीं खोल सके। उर्विल पटेल ने 11 गेंदों में 31 रन बनाकर थोड़ी तेज़ शुरुआत दी, लेकिन वह भी आउट हो गए।
इसके बाद डेवाल्ड ब्रेविस ने तूफानी बल्लेबाज़ी की। उन्होंने वैभव अरोड़ा के एक ओवर में 6 बाउंड्री (3 चौके, 3 छक्के) लगाकर मैच का रुख पलट दिया। ब्रेविस ने 22 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया। दुबे के साथ उनकी फिफ्टी प्लस साझेदारी भी अहम रही। वरुण चक्रवर्ती ने ब्रेविस को आउट कर मैच में वापसी की कोशिश की, लेकिन शिवम दुबे (38) और फिर धोनी ने संयम से रन बनाए।
19वें ओवर में दुबे आउट हुए और आखिरी ओवर में जीत के लिए 8 रन चाहिए थे। धोनी ने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर जीत पक्की की, इसके बाद अंशुल कंबोज ने चौका लगाकर मैच समाप्त किया।
चेन्नई सुपर किंग्स ने यह मुकाबला 2 गेंद शेष रहते 2 विकेट से जीत लिया। यह चेन्नई की इस सीज़न 12 मैचों में तीसरी जीत है, जो चार लगातार हार के बाद आई है। वहीं, कोलकाता को इस सीज़न की 6वीं हार झेलनी पड़ी है। केकेआर अंकतालिका में छठे पायदान पर है और अब प्लेऑफ की उम्मीदें बेहद कम हो गई हैं। टीम अब अधिकतम 15 अंक तक पहुंच सकती है और उसे बाकी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना होगा।