14 सालों की आईपीएल नीलामी के इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले टॉप-5 खिलाड़ी
साल 2021 आईपीएल की नीलामी में साउथ अफ्रीका के खतरनाक ऑलराउंडर क्रिस मौरिस को राजस्थान रॉयल्स ने 16 करोड़ 25 लाख रूपए में खरीदा। इसी के साथ मौरिस आईपीएल के इतिहास में बिकने वाले सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। मौरिस पिछली बार आरसीबी की टीम में शामिल थे और इन्हें इस साल बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। लेकिन बेस प्राइस 75 लाख होने के बावजूद उन्हें इतनी बड़ी रकम मिली।
आइए एक नजर डालते है आईपीएल के इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले टॉप-5 खिलाड़ियों के नाम पर।
क्रिस मॉरिस - साउथ अफ्रीका के ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस को मुंबई इंडियंस की टीम ने 16.25 करोड़ रुपये में खरीदा है। वह आईपीएल नीलामी इतिहास में बिकने वाले सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। इस अफ्रीकी ऑलराउंडर का बेस प्राइस 75 लाख रूपए था और इनके ऊपर कई टीमों की नजर थी लेकिन अंत में राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई इंडियंस, पंजाब किंग्स को पिछे छोड़ते हुए इस धुरंधर खिलाड़ी को टीम में खरीदा।
युवराज सिंह- साल 2015 की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने युवराज सिंह को 16 करोड़ रुपये में खरीदा था। हालांकि तब युवराज का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और उस साल उन्होंने 14 मैचों में केवल 248 रन बनाए थे। हालांकि उसके बाद युवराज सिंह के आईपीएल करियर का ग्राफ गिरने लगा और साल 2019 के आईपीएल में खेलने के बाद उऩ्होंने इंटरनेशलन से संन्यास ले लिया।
पैट कमिंस - ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस साल 2020 की नीलामी में बिकने वाले सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे। पिछले साल केकेआर ने इस गेंदबाज को 15.5 की भारी भरकम राशि में खरीदा था। कमिंस को इस साल फिर केकेआर की टीम नें रिटेन करके रखा है और वो गेंदबाजी के साथ-साथ नीचले क्रम में बल्लेबाजी करने में माहिर है।
काइल जैमिंनसन - न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज काइल जैमिंनसन पर पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स के बीच 2021 की आईपीएल नीलामी में जबरदस्त घमासान हुई और उन्हें रॉयल चैलेंजर्स की टीम ने उन्हें 15 करोड़ की भारी रकम में खरीदा। यह पहली बार नीलामी में शामिल हुए और 75 लाख बेस प्राइस के साथ एक बड़ी कीमत में बिके।
गौतम गंभीर - भारत के बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को साल 2011 में केकेकआर की मैनेजमेंट ने 14.9 करोड़ में खरीदा था। गौतम गंभीर ने भी अपनी टीम के लिए कमाल की कप्तानी की और 2 बार कोलकाता को आईपीएल चैंपियन बनाया। गंभीर हालांकि साल 2018 में एक बार फिर अपनी पुरानी टीम दिल्ली के साथ जुड़े लेकिन वहां उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा औऱ उस दिग्गज ने खुद ही आईपीएल में दूरी बना ली। 2018 में उन्होंने दिल्ली के लिए सिर्फ 6 मैच खेलें जिसमें उनके बल्ले से महज 85 रन निकले हैं।