जब लसिथ मलिंगा ने 4 गेंदों में लिए 4 विकेट
साउथ अफ्रीका की टीम वर्ल्ड कप के इतिहास में अपनी खराब किस्मत के लिए जानी जाती है। 1999 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल कौन भूल सकता है जब साउथ अफ्रीका की टीम ”चकर” के नाम से विख्यात हो गई थी ।
गुआना में हुए सुपर 8 के मैच में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 4 रन चाहिए थे उसके पास पांच विकेट थे । लक्ष्य के इतने निकट पहुंच जाने के बाद साउथ अफ्रीकी टीम को यकीन हो गया कि उन पर लगा चकर का दाग अंतत: इस मैच में विजय के साथ धूल जाएगा।
साउथ अफ्रीका की पारी के 44 ओवर में जो चमत्कार श्रीलंका के लसिथ मलिंगा ने किया उससे अफ्रीकी टीम के ऊपर एक बार फिर चकर का टैग लगने का खतरा मंडराने लगा था। लगातार 4 गेंद पर 4 विकेट लेकर लसिथ मलिंगा ने साउथ – अफ्रीका की टीम को हार के मुहाने पर खड़ा कर दिया था ।
श्रीलंका टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 209 रन ही बना सकी। साउथ अफ्रीका के गेंदबाज चार्ल लेंगवेल्ट ने 4 विकेट लेकर श्रीलंका की टीम को 209 रनो पर रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साउथ अफ्रीका को जीत के लिए केवल 210 रन बनानें थे। जैक कैलिस ने अपने शानदार बल्लेबाजी से श्रीलंका से मैच लगभग छिन ही लिया। अफ्रीका ने 37 ओवर तक पांच विकेट के नुकसान पर 182 रन बना लिए थे। शॉन पॉलक और कैलिस मैच को विजयी द्वार पर पहुंचाने की भरसक कोशिश में लगे थे।
श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धेने ने 45वां ओवर करने के लिए मैजिकल मलिंगा यानी लसिथ मलिंगा को गेंदबाजी अटैक पर लगाया। उस समय तक साउथ अफ्रीका का स्कोर 200 की संख्या पार कर चुका था. लसिथ मलिंगा 45 वें ओवर की पांचवी गेंद करने उतरे तो सामनें शॉन पॉलक 13 रन बनाकर खेल रहे थे। साउथ अफ्रीका को जीत के लिए केवल 4 रनों की जरूरत थी। मलिंगा ने अपनी चौथी गेंद पर पॉलक का लेग स्टंप उखाड़कर क्लीन बोल्ड कर दिया। 6 विकेट गिरने के बाद भी साउथ अफ्रीका की टीम पर हार के बादल नहीं मंडरा रहे थे क्योंकि जैक कलिस दूसरे छोड़ पर धैर्यतापूर्ण बल्लेबाजी करते हुए मैदान पर डटे हुए थे। पॉलक के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए एंड्रू हॉल को अगली ही गेंद पर मलिगां ने बेहतरीन यॉर्कर डाल कर चौका दिया जिससे एंड्रू हॉल ठीक ढंग से खेल नहीं पाए , गेंद बैट से टकराकर हवा में चली गई जिससे कवर पर खड़े थरंगा ने आसान सा कैच लपक लिया। मलिंगा ने लगातार 2 गेंदों पर 2 झटके देकर अफ्रीकी टीम के ड्रेसिंग रूम के अंदर हल चल मचा दी थी । साउथ अफ्रीका की टीम का स्कोर 45 ओवर में 206 रन हो गया।
47वें ओवर की पहली ही गेंद पर जैक कैलिस को विकेट कीपर संगाकारा के हाथों कैच कराकर लसिथ मलिंगा ने वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेकर धमाल मचा दिया था । श्रीलंका के लिए जीत की उम्मीद ने मैदान के सरपट पर अपने पैर पसार दिए लिए थे । कैलिस के 86 रन पर पवेलियन जाने से साउथ अफ्रीका के माथे पर चकर बनने की कहानी एक बार फिर हिलोरे मारने लगी थी ।
लसिथ मलिंगा अपने बॉलिंग के जरिए इतिहास लिखने के मुहाने पर पहुंच गए थे । अगली ही गेंद पर एक बार फिर मलिंगा ने मखाया एंटिनी को अपनी आग उगलती यॉर्कर से बोल्ड कर चमत्कार कर दिया। लगातार 4 गेंद पर 4 विकेट लेकर मलिंगा ने वर्ल्ड कप में इतिहास बना दिया था । श्रीलंका की टीम जीत के बारे में सोचने लगी तो वहीं साउथ अफ्रीका के टीम का माहौल में सन्नाटा छाया हुआ था
9 विकेट 207 रन पर गिर जाने से साउथ अफ्रीकी टीम अचानक से ऐसे हार के कगार पर पहुंच गई जिससे टीम का मनोबल पूरी तरह से हताश हो जाए। किसी तरह साउथ अफ्रीका के पुछल्ले बल्लेबाजों ने श्रीलंका के दूसरे प्रभावशाली गेंदबाज चमिंडा वास का सामना किया पर एक बार फिर 49वां ओवर करने की बारी मलिंगा की थी। पीटरसन औऱ चार्ल लेंगवेल्ट अंतिम जोड़ी के रूप में मौजूद थे। पहली गेंद लाँगेवेल्ड्ट ने संभलकर किसी तरह से अपनी विकेट को बचाया। मैच में सभी दर्शक एक टक से दूसरी गेंद की प्रतिक्षा कर रहे थे मलिंगा की दूसरी गेंद लाँगेवेल्ड्ट के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए थर्ड मैन बाउंड्री की तरफ बाउंड्री लाइन को छू गई। जिससे एक बेहद ही रोमांच भरे मैच को साउथ अफ्रीका ने 1 विकेट से जीत लिया। इस बेहद ही कसावट और रोमांच भरे मैच को जीतकर साउथ अफ्रीका के सभी खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली।
मैच भले ही साउथ – अफ्रीका ने जीत लिया पर जो कुछ भी मैदान पर अंतिम 5 ओवर में घटित हुआ उससे श्रीलंका की टीम हीरों बन गई खासकर लसिथ मलिंगा ने जो कमाल किया उससे क्रिकेट पंडित से लेकर क्रिकेट प्रसंशकों ने मलिंगा की जय- जयकार कर दी। चार्ल लेंगवेल्ट औऱ लसिथ मलिंगा को संयुक्त रूप से मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया।
विशाल भगत/CRICKETNMORE