बुमराह के बिना टी20 में टीम इंडिया हो जाती है गुमराह, जानिए कारण और आंकड़े

Updated: Fri, Feb 23 2018 09:46 IST
pacer Jasprit Bumrah role in Indian T20I team ()

22 फरवरी, (CRICKETNMORE)। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 में मैच नहीं खेल सके। गेंदबाजी के दौरान कप्तान कोहली को उनकी कमी काफी खली खासकर आखिरी के ओवरों में। बुमराह। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने वाले बुमराह बहुत ही कम समय में भारत की लिमिटेड ओवर टीम के मुख्य गेंदबाज बन गए हैं। ये हैं वो कारण जिसके चलते बुमराह के बिना कैसे टीम इंडिया पड़ जाती है कमजोर। 

डेथ ओवर के हीरो

बुमराह मौजूदा समय में दुनिया के बेस्ट डेथ ओवर्स के गेंदबाजों में से एक हैं। मैच के आखिरी ओवरों में जब बल्लेबाज सबसे ज्यादा रन चुराने की कोशिश करता है। ऐसे में बुमराह अपने सटीक यॉर्कर औऱ कसी हुई गेंदबाजी से विरोधी टीम के बल्लेबाजों को परेशन करते हैं। अगर बुमराह प्लेइंग इलेवन में नहीं होते तो डेथ ओवरों में टीम कमजोर नजर आती है।

नई गेंद से भी करते हैं कमाल  

टी20 फॉर्मेट में गेंदबाजों की खूब पिटाई होती है। बुमराह भारतीय टीम में उन दो जगहों पर ही गेंदबाजी करते हैं जहां सबसे ज्यादा रन पड़ते हैं, इस पर ही वो रोक लगाते हैं। वह पहले नई गेंद से शुरुआती ओवरों में गेंदबाजी करते हैं और टीम को सफलता दिलाते हैं। इसके बाद आखिरी के ओवरों में अपना महत्वपूर्ण रोल निभाते हैं। 

आसानी से नही देते रन

बुमराह आक्रामक गेंदबाजी करते हुए टी20 क्रिकेट में आसानी से रन नहीं देते। उनकी गेंदबाजी के खिलाफ रन ना निकाल पाने के चलते बड़े या गैर जिम्मेदारना शॉट खेलकर बल्लेबाज अपना विकेट देत बैठता है। 

टी20 इंटरनेशनल में बुमराह के आंकड़े हैं शानदार

1. जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टी20 इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाले जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए अब तक 33 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने19.97 की औसत से 40 विकेट लिए हैं।  

2. बुमराह 2 साल से भी कम समय में टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में विकेट लेने के मामले में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए हैं। उनसे आगे इस मामले में सिर्फ रविचंद्रन अश्विन हैं, जिनके नाम 46 मैचों मे 52 विकेट दर्ज हैं।

3.  बुमराह का करियर इकॉनमी रेट 6.76 का रहा, वहीं उनका गेंदबाजी स्ट्राइक रेट 17.7 का रहा। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में यह किसी भारतीय गेंदबाज का दूसरा सबसे बेहतरीन स्ट्राइक रेट है। इस मामले में उनसे आगे हरभजन सिंह हैं। 28 मैच खेलने वाले भज्जी का करियर का  इकॉनमी रेट 6.20 क रहा है। 


(सौरभ शर्मा/ CRICKETNMORE)

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