गेंदबाजी को निखारने के लिए की गई कड़ी मेहनत रंग लाई: अमित मिश्रा
बेंगलुरू, 23 सितम्बर| फिरकी गेंदबाज अमित मिश्रा को लगाता है कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी के जादू को एक बार फिर से हासिल कर लिया है। उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर 32 साल की उम्र में एक बार फिर पटरी पर लौट आया है।
दिल्ली के लेग स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा का मानना है कि सकारात्मक सोच और गेंदबाजी को निखारने के लिए की गई कड़ी मेहनत की वजह से राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी हुई है। बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में मिश्रा ने कहा कि चाहे वह टीम में हों या न हों, उनके अभ्यास पर इसका कोई असर नहीं पड़ता। वह हमेशा अभ्यास के दौरान कठिन मेहनत करते हैं।
मिश्रा साउथ अफ्रीका के साथ घरेलू सीरीज के लिए यहां राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में टीम के साथ अभ्यास में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा, "बीते कुछ वर्षो में मैंने अपनी क्रिकेट और फिटनेस पर बहुत मेहनत की है। मैं भले ही टीम से बाहर था, लेकिन मेरी सोच सकारात्मक थी।"
इसी साल गर्मियों में श्रीलंका दौरे पर गई भारतीय टीम में मिश्रा शामिल थे। चार साल बाद उनकी टीम में वापसी हुई थी। मिश्रा का प्रदर्शन शानदार रहा। तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने 15 विकेट हासिल किए। आफ स्पिन गेंदबाज आर. अश्विन के साथ उनकी जोड़ी काफी कामयाब रही। सीरीज के दौरान श्रीलंका के कुल गिरे 60 विकेटों में से 36 विकेट इन्हीं दोनों गेंदबाजों ने मिलकर चटकाए।
मिश्रा ने कहा, "अश्विन और मेरी जोड़ी अच्छी रही। हम एक दूसरे से टिप्स लेते हैं। अगर एक विकेट ले रहा होता है तो दूसरा बल्लेबाज पर दबाव बनाने की कोशिश करता है। हमारे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली भी उत्साह बढ़ाते हैं। इसकी वजह से मेरा और टीम का हौसला बढ़ता है।"
मिश्रा को साउथ अफ्रीका के साथ वनडे और टेस्ट, दोनों टीमों में चुना गया है। उनका कहना है कि मुकाबला कड़ा रहेगा। उन्होंने कहा, "यह एक बहुत चुनौतीपूर्ण सीरीज होने जा रही है। लेकिन, हमारी टी-20 और वनडे, दोनों टीमें अच्छी हैं। अंतिम एकादश में जगह बना पाऊं या नहीं, मैं सकारात्मक बना रहूंगा।"
(आईएएनएस)