क्या अफगानिस्तान के साथ हुआ धोखा? रिंकू सिंह के DRS फैसले पर उठे सवाल
भारतीय टीम ने बेशक अफगानिस्तान को तीसरे टी-20 मैच में हराकर सीरीज 3-0 से जीत ली लेकिन एक समय टीम इंडिया काफी परेशानी में नजर आ रही थी। पावरप्ले के भीतर ही भारत ने चार अहम विकेट गंवा दिए थे और तब कप्तान रोहित शर्मा और रिंकू सिंह के कंधों पर टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी थी और इन दोनों ने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी और भारत को 212 के पहाड़नुमा स्कोर तक पहुंचाया।
रिंकू सिंह ने अंत तक नाबाद रहते हुए 39 गेंदों में 69 रनों की तूफानी पारी खेली और रोहित का बखूबी साथ निभाया। हालांकि, रिंकू अपनी पारी की शुरुआत में ही आउट हो सकते थे लेकिन डीआरएस ने उन्हें बचा लिया और उनके इस डीआरएस फैसले को लेकर काफी विवाद भी हो रहा है। कुछ फैंस सोशल मीडिया पर वायरल क्लिप को देखकर कह रहे हैं कि अफगानिस्तान के साथ धोखा हुआ है।
संजू सैमसन के आउट होने के बाद रिंकू सिंह क्रीज पर उतरे और नौवें ओवर के दौरान अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने रिंकू सिंह को लेग बिफोर विकेट आउट दे दिया था। अफगानिस्तान के स्पिनर क़ैस अहमद को अपनी अपील पर भरोसा था और अंपायर ने भी अपनी उंगली उठा दी लेकिन रिंकू सिंह ने तुरंत रिव्यू लेने का फैसला किया और उनका ये फैसला महत्वपूर्ण साबित हुआ। शुरुआत में, ऐसा लग रहा था कि रिंकू आउट हो जाएंगे क्योंकि गेंद बिल्कुल स्टंप्स के सामने लगी थी और उन्हें सिर्फ एक ही चीज बचा सकती थी और वो थी अल्ट्राएज और बिल्कुल ऐसा ही हुआ।
जब अल्ट्राएज तकनीक का इस्तेमाल किया गया तो उसमें देखा गया कि गेंद के पैड पर लगने से पहले रिंकू के बल्ले का अंदरूनी किनारा लगा था लेकिन विवाद तब पैदा हुआ जब अल्ट्राएज के दौरान बल्ले और गेंद के बीच थोड़ा सा अंतर दिखाई दिया, जिससे अनिश्चितता पैदा हो गई। मोहम्मद नबी और अफगानिस्तान के अन्य खिलाड़ी अंपायर के साथ चर्चा करते हुए भी दिखे। बहस के बावजूद, डीआरएस का फैसला रिंकू सिंह के पक्ष में आया, जिससे वो बच गए।
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हालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ फैंस का मानना है कि रिंकू को आउट दिया जाना चाहिए था क्योंकि गेंद और बल्ले के बीच काफी गैप दिख रहा था लेकिन इसके बावजूद अल्ट्राएज में स्पाइक नजर आया। खैर फिलहाल इस मामले में कुछ नहीं हो सकता क्योंकि मैच खत्म हो चुका है और भारत इस सीरीज को 3-0 से जीत चुका है।