विजय हजारे ट्रॉफी में सिक्किम के खिलाफ शानदार आगाज़ के बाद दिग्गज रोहित शर्मा से उत्तराखंड के खिलाफ भी एक बड़ी पारी की उम्मीद थी लेकिन इस मैच में उनकी किस्मत ने ऐसी करवट बदली कि वो पहली ही बॉल पर गोल्डन डक पर आउट हो गए। जयपुर में खेले गए पहले मैच में उन्होंने सिक्किम के खिलाफ 155 रनों की शानदार पारी खेली थी, जिसने फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों का ध्यान खींच लिया।
हालांकि, क्रिकेट का खेल पल भर में रंग बदल सकता है और यही नजारा अगले मैच में देखने को मिला। उत्तराखंड के खिलाफ मुंबई के दूसरे लीग मुकाबले में रोहित शर्मा पहली ही गेंद पर खाता खोले बिना आउट हो गए। आक्रामक शुरुआत करने की कोशिश में वो तेज़ गेंदबाज़ की गेंद पर चूक गए और उनके आउट होते ही स्टेडियम में कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया।
इन दो पारियों के बीच का अंतर वनडे क्रिकेट की अस्थिरता को बखूबी दर्शाता है। जहां एक दिन बल्लेबाज़ अजेय नजर आता है। वहीं, अगले दिन एक छोटी सी गलती पूरी पारी पर भारी पड़ सकती है। इसके बावजूद, रोहित शर्मा का अनुभव और मानसिक मजबूती मुंबई के लिए बेहद अहम है। टूर्नामेंट जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, टीम को उनसे नेतृत्व और बड़े योगदान की उम्मीद रहेगी।
मैदान के बाहर भी रोहित की लोकप्रियता साफ नजर आई। जयपुर में मुंबई और सिक्किम के मुकाबले के दौरान जब वो फील्डिंग के लिए बाउंड्री लाइन के पास पहुंचे, तो दर्शकों ने “मुंबईचा राजा, रोहित शर्मा!” के नारों से स्टेडियम को गूंजा दिया। फैंस का ये जोश घरेलू क्रिकेट में कम ही देखने को मिलता है। अपने शांत स्वभाव के अनुरूप रोहित ने मुस्कुराते हुए और हल्के इशारों से दर्शकों का अभिवादन किया। ये पल उनके और फैंस के बीच गहरे रिश्ते को दर्शाता है।