शशांक मनोहर पर बरसे साल्कर और वर्मा
कोलकाता, 10 मई (Cricketnmore): गोवा क्रिकेट संघ के पूर्व अध्यक्ष शेखर साल्कर और बिहार क्रिकेट संघ के सचिव आदित्य वर्मा ने मंगलवार को शशांक मनोहर के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चुनावों से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर उनकी कड़ी आलोचना की है।
मनोहर ने पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन के बाद बीते साल अक्टूबर में दूसरी बार बीसीसीआई अध्यक्ष का पद संभाला था। मनोहर ने आईसीसी और एशियन क्रिकेट परिषद में भारतीय बोर्ड के प्रतिनिधि के पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
साल्कर ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, "आईसीसी अध्यक्ष बनने के लिए मनोहर ने यह फैसला काफी सोच समझकर लिया है। इसका लोढ़ा समिति या किसी और चीज से कोई लेना देना नहीं है। वह इस मामले में काफी चालाक हैं।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इसमें हितों का टकराव है। वह उन देशों के साथ जो अब वोट देंगे, के साथ हमारी आय का छह प्रतिशत हिस्सा साझा करते हैं। वह जिम्बाब्वे जैसे देशों को पैसा देते हैं। अब उन्हें उनके लिए वोट करना होगा।"
साल्कर ने कहा कि यह बीसीसीआई का फैसला नहीं है और बोर्ड की आय को दूसरे देशों के साथ साझा करने को लेकर उन्होंने मनोहर की आलोचना की है।
उन्होंने कहा, "यह सोची समझी चाल है। उन्होंने सोचा कि आईसीसी अध्यक्ष बनना ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसलिए वह भाग रहे हैं। कोई जवाबदेही नहीं है। यह निश्चित ही हितों का टकराव है।"
वहीं, वर्मा का मानना है कि मनोहर जो आय दूसरे देशों के साथ बांटते हैं वह आईसीसी अध्यक्ष बनने के लिए रिश्वत है।
उन्होंने कहा, "मनोहर के लिए यह हितों का टकराव है। बीसीसीआई की आय का प्रतिशत दूसरे देशों को देना रिश्वत है।"
उन्होंने कहा, "आईसीसी की कुर्सी पांच साल के लिए हथियाने के लिए यह रिश्वत है।"
वर्मा ने कहा कि मनोहर ने बीसीसीआई का अध्यक्ष बनते समय जो वादे किए थे वह उन पर खरे नहीं उतरे।
उन्होंने कहा, "बीसीसीआई का अध्यक्ष बनने से पहले उन्होंने काफी कुछ कहा था। जगमोहन डालमिया से बात करने के बाद उन्होंने देश के एक बड़े अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा था कि सीबीआई को 2008 से आईपीएल की जांच करनी चाहिए। वह जांच कहां है?"
एजेंसी