शेन वॉटसन का भारत के लिए नया मांइडगेम

Updated: Sat, Feb 07 2015 16:30 IST

मेलबर्न/नई दिल्ली, 15 अक्तूबर (हि.स.) । ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर शेन वॉटसन का कहना है कि भारत के लिए ब्रिस्बेन से शुरू होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला चुनौती पूर्ण होने वाली है।चोट से उबरने की कवायद में लगे ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर शेन वॉटसन ने भारत दौरे से एक महीने पहले ही ‘माइंडगेम’ शुरू करते हुए कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी की टीम में भले ही विश्वस्तरीय बल्लेबाज हैं लेकिन उन्हें ऑस्ट्रेलिया में अलग तरह की चुनौती का सामना करना होगा। वॉटसन अभी पिंडली की चोट से उबर रहे हैं और उनका लक्ष्य भारत के खिलाफ चार दिसंबर से ब्रिस्बेन में होने वाली चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना है। उन्होंने भारत के संदर्भ में कहा कि उनके पास कई विश्वस्तरीय खिलाड़ी है, विशेषकर उनकी बल्लेबाजी मजबूत है लेकिन यहां उन्हें अलग तरह की चुनौती का सामना करना होगा।

वॉटसन ने कहा कि जिस तरह से भारत ने पिछले दौर में स्वदेश में अपने अनुकूल पिचें तैयार करके क्लीन स्वीप किया था, उसी तरह से ऑस्ट्रेलिया भी अपने पसंदीदा विकेट तैयार करवाएगा। उन्होंने सिडनी रेडियो स्टेशन 2जीबी से कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि मैदानकर्मी पिचों को हमारे अनुकूल तैयार करेंगे क्योंकि भारत में वे निश्चित तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि परिस्थितियां उनके अनुकूल रहें।’’ भारत नवंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगा तथा दो अभ्यास मैच खेलने के बाद चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला में हिस्सा लेगा। पहला टेस्ट मैच चार दिसंबर से ब्रिस्बेन में शुरू होगा। इसके बाद एडिलेड (12 से 16 दिसंबर), मेलबर्न (26 से 30 दिसंबर) और सिडनी (तीन से सात जनवरी) में टेस्ट मैच खेले जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होने वाले विश्व कप से पहले भारतीय टीम त्रिकोणीय श्रृंखला में भाग लेगी जिसमें मेजबान के अलावा इंग्लैंड की टीम हिस्सा लेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सभी प्रारूपों में सलामी बल्लेबाज के रूप में सफलता मिली है। मुझे इस सोच के साथ मैदान पर उतरना पसंद है कि मुझे केवल अपना खेल खेलना है और परिणाम की चिंता नहीं करनी है और तब मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता हूं।’’ 

वॉटसन ने कहा, ‘‘लेकिन जब मैं निचले क्रम में बल्लेबाजी करता हूं तो मेरे सामने सबसे बड़ी चुनौती परिस्थिति का आकलन करना होता है और इसके साथ ही मैं आउट होने को लेकर भी चिंतित रहता हूं और इससे मेरी सोच नकारात्मक हो जाती है जिससे कई बार मेरा प्रदर्शन प्रभावित होता है।’’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने भी साफ किया है कि यदि वॉटसन वापसी करते हैं तो वनडे में तीसरे नंबर पर ही उतरेंगे। उन्होंने यूएई में कहा, ‘‘जहां तक वनडे क्रिकेट की बात है तो यदि वाटो (वॉटसन) फिट रहता है तो वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये आएगा। वह हमारे लिये उस नंबर पर काफी सफल रहा है और मैं चाहता हूं कि विश्व कप तक वह इस नंबर पर बल्लेबाजी करे।

हिन्दुस्थान समाचार/धीरेन्द्र/अनूप

 

सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरें