145 साल में दूसरी बार हुआ ऐसा, पिता-पुत्र शिवनारायण- तेजनारायण चंद्रपॉल की जोड़ी ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज के ओपनिंग बल्लेबाज तेजनारायण चंद्रपॉल (Tagenarine Chanderpaul Double Century) ने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़कर इतिहास रच दिया। 26 साल के चंद्रपॉल ने 467 गेंदों का सामना करते हुए 16 चौकों और 3 छक्कों की मदद से नाबाद 207 रन की पारी खेली। अपनी इस पारी के साथ ही उन्होंने खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए।
145 साल में दूसरी बार हुआ ऐसा
टेस्ट क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में शिवनारायण और तेजनारायण चंद्रपॉल पिता और पुत्र की दूसरी जोड़ी है, जिसने दोहरा शतक जड़ा है। इससे पहले यह कारनामा पाकिस्तान के पिता और पुत्र की जोड़ी हनीफ और शोएब मोहम्मद ने किया है।
पिता को छोड़ा बहुत पीछे
तेजनारायण ने सिर्फ पांचवीं पारी में अपना दोहरा शतक पूरा किया है। उनके पिता शिवनारायण ने 136वीं पारी में अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया था, उन्होंने 370 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 203 रन की पारी खेली थी।
गौरतलब है कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 6 विकेट के नुकसान पर 447 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी थी। तेजनारायण के अलावा कप्तान क्रेग ब्रेथवेट ने 312 गेंदों में 18 चौकों की मदद से 182 रन बनाए। ब्रेथवेट और चंद्रपॉल ने मिलकर पहले विकेट के लिए 114.1 ओवर में 336 रनों की की साझेदारी की।
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यह टेस्ट में वेस्टइंडीज के लिए पहले विकेट के लिए की गई सबसे बड़ी साझेदारी है। इस मामले में उन्होंने 32 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। गॉर्डन ग्रीनिज और डेसमंड हेन्स की जोड़ी ने अप्रैल 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ हुए टेस्ट में पहले विकेट के लिए 298 रनों की साझेदारी की थी।