ईरानी कप : रहाणे-सरफराज का दमदार प्रदर्शन, मजबूत स्थिति में मुंबई
1959-60 के उद्घाटन संस्करण के बाद से रेस्ट ऑफ इंडिया ने 30 बार प्रतियोगिता जीती है, जबकि मुंबई ने 14 बार खिताब अपने नाम किया।
टॉस जीतकर रेस्ट ऑफ इंडिया के कप्तान ऋतुराज गायकवाड ने सुबह की अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया।
पहले बल्लेबाजी करने के लिए उतरी मुंबई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पृथ्वी शॉ सिर्फ चार रन के स्कोर पर मुकेश की बाहर निकलती गेंद को छेड़ते हुए दूसरी स्लिप पर देवदत्त पडिक्कल को कैच थमा बैठे।
इसके दो गेंद बाद ही उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज हार्दिक को भी विकेट के पीछे शून्य के स्कोर पर कैच आउट कराया। अपने दूसरे स्पेल में मुकेश ने दूसरे सलामी बल्लेबाज आयुष म्हात्रे (19) को भी चलता किया।
लेकिन इसके बाद कप्तान रहाणे ने खुद जिम्मेदारी संभाली और अय्यर के साथ चौथे विकेट के लिए 102 रन जोड़े। अय्यर को यश दयाल ने 57 के स्कोर पर आउट किया। हालांकि इसके बाद रहाणे ने सरफराज के साथ नाबाद 98 रन की साझेदारी कर यह सुनिश्चित किया कि मुंबई पहले दिन एक मजबूत स्थिति में मैदान से लौटे।
मुकेश कुमार, जो दलीप ट्रॉफी में सफल गेंदबाज रहे थे और वो विकेट के मामले में टूर्नामेंट में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने ईरानी कप में भी इस प्रदर्शन को जारी रखा और नई गेंद का पूरा फायदा उठाया और शानदार शुरुआत की।
लेकिन इसके बाद कप्तान रहाणे ने खुद जिम्मेदारी संभाली और अय्यर के साथ चौथे विकेट के लिए 102 रन जोड़े। अय्यर को यश दयाल ने 57 के स्कोर पर आउट किया। हालांकि इसके बाद रहाणे ने सरफराज के साथ नाबाद 98 रन की साझेदारी कर यह सुनिश्चित किया कि मुंबई पहले दिन एक मजबूत स्थिति में मैदान से लौटे।
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Article Source: IANS