स्मृति और शेफाली ने जैसी शुरुआत दी, उसके लिए उन्हें श्रेय देना चाहिए: हरमनप्रीत कौर
48 गेंदों में 3 छक्कों और 11 चौकों के साथ 80 रन की पारी खेलने वालीं स्मृति मंधाना को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया। उनके अलावा, शेफाली वर्मा ने 46 गेंदों में 79 रन की पारी खेली, जबकि ऋचा घोष ने 40 रन टीम के खाते में जोड़कर भारत को 221/2 के स्कोर तक पहुंचाया, जो इस फॉर्मेट में उनका अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कहा, "हमारे पास समय कम था। मैं चाहती थी कि सब समय पर हो। मैं नहीं चाहती थी कि आखिरी ओवर में तीन फील्डर बाहर हों। मैं काफी समय से खेल रही हूं, इसलिए मैं हर मैच के बाद सुधार करने की कोशिश करती हूं। स्मृति और शेफाली ने जैसी शुरुआत दी, उसके लिए उन्हें श्रेय देना चाहिए। इसके साथ ही ऋचा और मुझे भी पारी खत्म करने के लिए। हमने सोचा था कि हम हरलीन को मौका देंगे, लेकिन जिस तरह से मैच चला, हमने सोचा कि ऋचा मैच खत्म कर देंगी और हमने उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं दिया।"
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 10 हजार रन पूरे करने वालीं सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने स्वीकारा है कि इतने वनडे खेलने के बाद टी20 क्रिकेट में वापस आना एक चुनौती थी।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में कहा, "हमारे पास समय कम था। मैं चाहती थी कि सब समय पर हो। मैं नहीं चाहती थी कि आखिरी ओवर में तीन फील्डर बाहर हों। मैं काफी समय से खेल रही हूं, इसलिए मैं हर मैच के बाद सुधार करने की कोशिश करती हूं। स्मृति और शेफाली ने जैसी शुरुआत दी, उसके लिए उन्हें श्रेय देना चाहिए। इसके साथ ही ऋचा और मुझे भी पारी खत्म करने के लिए। हमने सोचा था कि हम हरलीन को मौका देंगे, लेकिन जिस तरह से मैच चला, हमने सोचा कि ऋचा मैच खत्म कर देंगी और हमने उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं दिया।"
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शेफाली की पारी और टीम में तालमेल को लेकर मंधाना ने कहा, "दूसरी छोर से शेफाली को बल्लेबाजी करते देखना हमेशा आंखों को सुकून देता है। हम एक-दूसरे का अच्छा साथ देते हैं। जिस तरह से उसने अपनी बल्लेबाजी में परिपक्वता दिखाई है, उससे मैं खुश हूं। पिछले एक साल में, टीम में एक अलग तरह का जुड़ाव हुआ है। हम एक-दूसरे की सफलता से खुश हैं।"