क्या मनीष पांडे का वनडे करियर खत्म ? सहवाग ने दिया सबसे बड़े सवाल का जवाब
श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से जीत दर्ज करने में सफल रही। हालांकि, आखिरी वनडे में टीम इंडिया की हार ने कई खिलाड़ियों पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। इन तीन वनडे मैचों में अगर किसी खिलाड़ी ने सबसे ज्यादा निराश किया है तो वो मनीष पांडे थे। भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग का भी मानना है कि यहां से पांडे के लिए आगे की राह बहुत मुश्किल होने वाली है।
पांडे ने तीनों वनडे मैचों में चार नंबर पर बल्लेबाजी की और वो हर बार ऐसी स्थिति में बल्लेबाजी करने आए थे, जहां से वह आसानी से भारत को मैच जीतने या मजबूत स्थिति में लाने में मदद कर सकते थे। लेकिन हर बार वो क्रीज पर टिकने के बाद अपना विकेट गंवाते रहे और सीरीज खत्म होते-होते तीन मैचों में केवल 74 रन ही बना सके।
सहवाग ने क्रिकबज्ज से बातचीत के दौरान कहा, “इस मैच में मनीष पांडे और यहां तक कि हार्दिक पांड्या के लिए भी एक अवसर था। दोनों ने लगभग 15-20 रन बनाए थे इसलिए इन दोनों ने मुझे निराश किया। तीन मैचों की इस सीरीज में अगर किसी को सबसे ज्यादा फायदा हुआ तो वो पांडे थे। उन्होंने तीनों मैच खेले, और बल्लेबाजी करने का मौका भी मिला और तीनों मौकों पर, स्थिति चुनौतीपूर्ण नहीं थी कि उन्हें तेजी से रन बनाने की जरूरत थी।"
आगे बोलते हुए वीरू ने कहा, "मेरा मानना है कि पांडे ने मुझे सबसे ज्यादा निराश किया है। शायद उन्हें अब भारत के लिए वनडे में मौका न मिले और अगर ऐसा होता भी है तो इसमें काफी समय लगने वाला है। चूंकि उसने इन तीन मैचों में हर बार रन बनाने का मौका गंवाया, इसलिए वह बाकी खिलाड़ियों से पिछड़ गया है। सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन ने रन बनाए हैं इसलिए मध्य क्रम में इन दोनों को मनीष पांडे से आगे माना जाएगा।”