ओवल में क्यों भड़के गौतम गंभीर? ग्राउंड्समैन संग भिड़ंत की पूरी वजह आई सामने; जानिए सारा मामला
ओवल टेस्ट से पहले भारतीय कैंप का माहौल उस वक्त गर्म हो गया जब टीम को प्रैक्टिस के लिए मनपसंद पिच नहीं मिली। इसी दौरान टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और ग्राउंड्समैन ली फोर्टिस के बीच कहासुनी हो गई, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। अब इस विवाद की पूरी कहानी सामने आ रही है, जो बताती है कि आखिर गंभीर का गुस्सा क्यों फूटा।
ओवल टेस्ट से पहले टीम इंडिया के कैंप में उस समय हलचल मच गई, जब प्रैक्टिस सत्र के दौरान हेड कोच गौतम गंभीर और ओवल के हेड ग्राउंड्समैन ली फोर्टिस के बीच तीखी बहस हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विवाद की शुरुआत तब हुई जब टीम को प्रैक्टिस के लिए एक गीली पिच दी गई। भारतीय टीम ने दूसरी व्यवस्था की मांग की, लेकिन फोर्टिस ने यह साफ मना कर दिया।
मामला तब और बढ़ गया जब फोर्टिस ने गंभीर और उनकी टीम को यह तक बताना शुरू कर दिया कि वे पिच के कितने पास खड़े हो सकते हैं और कहां निशान बना सकते हैं। यही बात गंभीर को खल गई और उन्होंने गुस्से में फोर्टिस से कहा, "जो करना है कर लो, हमें मत बताओ कि क्या करना है। तुम बस एक ग्राउंड्समैन हो।"
इस दौरान बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने बीच-बचाव कर माहौल शांत कराया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, "हम पिच देख रहे थे तभी उनका एक स्टाफ मेंबर हमें दो-ढाई मीटर दूर खड़े होने को कहने लगा। हम जॉगर पहने हुए थे और विकेट का सिर्फ निरीक्षण कर रहे थे। ऐसा कुछ नहीं कर रहे थे जिससे पिच को नुकसान पहुंचे। आखिर ये कोई एंटीक पीस तो नहीं है।"
कोटक ने यह भी बताया कि फोर्टिस ने टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ पर तब भी चिल्लाया, जब वे आइस बॉक्स ला रहे थे, जिससे गंभीर और नाराज़ हो गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फोर्टिस पहले से ही ‘डील करने में मुश्किल शख्स’ माने जाते हैं और सीरीज के अहम मैच से पहले गंभीर की टेंशन भी इस विवाद की वजह बनी।
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हालांकि, टीम इंडिया ने इस विवाद को औपचारिक शिकायत तक नहीं पहुंचाया है। घटना उस वक्त हुई जब सपोर्ट स्टाफ अरशदीप सिंह, साई सुदर्शन और कुलदीप यादव के लिए नेट्स में तैयारी करवा रहा था।
अब सबकी नज़रें ओवल टेस्ट पर टिकी हैं, जो सीरीज़ का आखिरी और सबसे अहम मुकाबला होगा। भारत इस वक्त 1-2 से पीछे है, ऐसे में टीम इंडिया को हर हाल में यह टेस्ट जीतना होगा ताकि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को इंग्लैंड के साथ साझा कर सके। वहीं इंग्लैंड के लिए यह मुकाबला ‘करो या मरो’ वाला नहीं है, क्योंकि वे पहले ही लीड में हैं। ओवल टेस्ट को जीतना या ड्रॉ करना उनके लिए ट्रॉफी पक्की करने के लिए काफी होगा, लेकिन ‘बाज़बॉल’ स्टाइल और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी पोजीशन देखते हुए, इंग्लैंड की नज़रें भी जीत के साथ सीरीज़ खत्म करने पर होंगी।