'मैं चाहता हूं मेरे नाम के आगे...' युजवेंद्र चहल का छलका दर्द; बयां किया अपना अधूरा सपना
भारतीय टीम के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल अपने क्रिकेट करियर में ऐसी-ऐसी उपलब्धि हासिल कर चुके हैं जिनके करीब पहुंचना कई गेंदबाज़ों का सपना है, लेकिन इन सब के बावजूद युजवेंद्र चहल का भी एक सपना है जो अब तक वह पूरा नहीं कर सके हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं टेस्ट क्रिकेट की। 32 वर्षीय युजवेंद्र चहल अब तक अपना टेस्ट डेब्यू नहीं कर पाए हैं जिसका उन्हे अफसोस है। हाल ही में चहल ने दुनिया के सामने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने की अपनी इच्छा जाहिर की है।
युजवेंद्र चहल ने कहा, 'हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वो अपने देश के लिए खेलें। जब एक खिलाड़ी सफेद जर्सी पहनता है और रेड बॉल क्रिकेट (टेस्ट क्रिकेट) खेलता है तो फिर वो सबसे जबरदस्त होता है। मेरा भी यही सपना है। मैं वनडे और टी20 क्रिकेट में काफी कुछ हासिल कर चुका हूं लेकिन टेस्ट क्रिकेट अभी भी मेरी चेकलिस्ट में है। मेरा यह सपना है कि मेरे नाम के आगे टेस्ट क्रिकेटर लिखा हो। मैं डोमेस्टिक और रणजी मैचों में अपनी तरफ से बेहतर करने की कोशिश कर रहा हूं ताकि मेरा ये सपना पूरा हो सके।'
बता दें कि 32 वर्षीय युजवेंद्र चहल ने 11 जून साल 2016 को अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था तब से लेकर अब तक वह भारतीय टीम के लिए 72 वनडे मुकाबले और 75 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं। इस दौरान चहल ने 50 ओवर क्रिकेट में 121 और फटाफट क्रिकेट में 91 विकेट हासिल किए हैं। वह इस समय भारतीय टीम के सबसे सफल स्पिन गेंदबाज़ों में से एक हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है।
Also Read: Live Scorecard
हालांकि युजवेंद्र चहल हार मानने को तैयार नहीं हैं और उन्हें यह उम्मीद है कि आगामी समय में जल्द ही उन्हें टेस्ट जर्सी पहनने का मौका मिलेगा। गौरतलब है कि अगले महीने (जुलाई) भारत को वेस्टइंडीज का दौरा करना है जहां दोनों ही टीमों के बीच 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मुकाबले खेले जाएंगे। वेस्टइंडीज के खिलाफ कई खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। ऐसे में चहल यही उम्मीद कर रहे होंगे कि यहां उन्हें भी टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया जाए। अब यह देखना काफी दिलचस्प रहेगा कि चहल का सपना पूरा हो पाता है या नहीं।