सिकंदर रज़ा: नहीं बन सका फ़ाइटर पायलट, मंडराया था कैंसर का खतरा, अब ठोके 135 रन
जिम्बाब्वे के बल्लेबाज सिकंदर रज़ा (Sikandar Raza) सुर्खियों में हैं। बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मुकाबले में सिकंदर रज़ा ने नाबाद 135 रनों की पारी खेलकर फैंस का ध्यान खींचा है। सिकंदर रज़ा के बल्ले से ये शतक तब निकला जब उनकी टीम 304 के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा कर रही थी और उनके पहले तीन विकेट 62 के स्कोर पर गिर चुके थे।
सिकंदर रज़ा अंत तक डटे रहे और 8 चौकों और 6 छक्कों के दमपर 135 रन बनाकर फाइटर वाली इनिंग खेली। सिकंदर रज़ा और फाइटर शब्द एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। सिकंदर रज़ा के बारे में ये बात बेहद कम लोग जानते हैं कि इस खिलाड़ी ने अपनी लाइफ के शुरुआती दिन फ़ाइटर पायलट बनने की तैयारी में ही गुजारे थे। सिकंदर रजा पाकिस्तान एयर फ़ोर्स में फ़ाइटर पायलट बनने के लिए तैयारी में जुटे थे।
एयर फ़ोर्स के लिए प्रशिक्षण करते हुए सिकंदर रजा के साथ सबकुछ ठीक चल रहा था लेकिन, बाद में आंखों में खराबी के चलते उनका ये सपना सच नहीं हो सका था। सिंकदर रजा को पिछले साल बोन मैरो में इंफेक्शन हो गया था। उन्हें कैंसर तक होने का खतरा था लेकिन, किस्मत से वो बच गए। सिकंदर रज़ा भले ही फ़ाइटर पायलट नहीं बन सके हों लेकिन ट्रेनिंग के दौरान उन्हें जो जीवन के लिए कई मूलमंत्र मिले अब वो उनके काम आ रहा है।
एक जाने माने वेब पोर्टल के साथ बातचीत करते हुए सिकंदर रजा ने कहा, 'मेरे एयर फ़ोर्स के अनुभव से मुझे बहुत फ़ायदा मिलता है। हम आसानी से हार नहीं मानते। मुझे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता अगर मुझे गेंद लगे या चोट लगे। एयर फ़ोर्स कॉलेज में बिताए गए साढ़े तीन साल की यह अच्छी सीख है। मैं फ़ाइटर पायलट भले ही नहीं बना लेकिन, बतौर इंसान मैं हमेशा एक फ़ाइटर ही रहूंगा।'
यह भी पढ़ें: 5 क्रिकेटर्स जिन्हें दुनिया फिनिशर कहकर बुलाती है, लिस्ट में 2 भारतीय खिलाड़ी
बता दें कि 36 साल के सिकंदर रज़ा उम्र के इस पड़ाव पर अपने करियर के सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ में उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया था। वहीं टी20 विश्व कप क्वालिफ़ायर टूर्नामेंट में भी उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्लेयर का ख़िताब मिला था। सिकंदर रज़ा ने 115 वनडे मैचों में 36.19 की औसत से 3366 रन बनाए हैं।