18 साल लंबे इंटरनेशनल करियर के बाद इस दिग्गज ने की क्रिकेट से संन्यास की घोषणा
4 सितंबर,नई दिल्ली। जिम्बाब्वे के दिग्गज बल्लेबाज हैमिल्टन मसाकाद्जा ने मंगलावर (3 सितंबर) को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी। इस महीने के अंत में बांग्लादेश में होने वाली ट्राई सीरीज के बाद वह संन्यास ले लेंगे। बांग्लादेश-जिम्बाब्वे के अलावा अफगानिस्तान इस ट्राई सीरीज की तीसरी टीम होगी।
36 साल के मसाकाद्जा ने जुलाई 2001 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हरारे में खेल गए टेस्ट मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। डेब्यू टेस्ट में ही शतक जड़कर उन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर आर्कषित किया। वह दुनिया के उन खास क्रिकेटरों में शामिल हैं,जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू पर मैन ऑफ द मैच जीता।
मसाकाद्जा ने जिम्बाब्वे के लिए 38 टेस्ट मैच खेले लेकिन लिमिटेव ओवर क्रिकेट में उन्होंने अपना कमाल दिखाया। जिम्बाब्वे के लिए 209 वनडे मैचों में मसाकाद्जा ने 5658 रन बनाए,जिसमें 5 शत और 34 अर्धशतक जड़े। उनके करियर का बेस्ट स्कोर नाबाद 178 रन रहा। अपने देश के लिए सबसे ज्यादा वनडे मैच खेलने और रन बनाने के मामले में वह चौथे नंबर पर हैं।
इसके लावा 62 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में मसाकाद्जा ने 115 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 1529 रन बनाए,जिसमे 10 अर्धशतक शामिल हैं। ॉ
जुलाई में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) द्वारा जिम्बाब्वे क्रिकेट पर बैन लगाए जाने ने के बाद मसाकाद्जा संन्यास लेने वाले जिम्बाब्वे के दूसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले सोलेमन मीर संन्यास ले चुके हैं।