कोरोना से लेकर मलेरिया तक, कई बिमारियों से तंग आकर जिम्बाब्वे के इस खिलाड़ी ने लिया संन्यास
जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज काइल जार्विस ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। गौरतलब है कि यह तेज गेंदबाज पिछले कई सालों से चोट से जूझ रहा था और साथ ही ये बीमार भी चल रहे थे।
जार्विस अभी महज 32 साल के थे और सभी को यह उम्मीद थी कि वह जिम्बाब्वे क्रिकेट के लिए और भी ज्यादा योगदान दे सकते थे लेकिन आखिरकार उन्होंने अपने क्रिकेट करियर पर पूर्ण विराम लगा दिया है।
संन्यास से पहले उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए 13 टेस्ट, 49 वनडे और 22 टी-20 मुकाबले खेले थे। उन्होंने साल 2020 में अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेला था और वह श्रीलंका के खिलाफ एक टेस्ट मैच था।
उस टेस्ट मैच के बाद उनके पीठ के निचले हिस्से में कुछ दिक्कत आ गई। उसके बाद उन्होंने सही से ट्रेनिंग भी नहीं की। इनके साथ परेशानियों का सिलसिला यही नहीं रुका और यह कोरोनावायरस के चपेट में भी आए, बाद में इन्हें मलेरिया हुआ और फिर इन्हें टिक बाईट फीवर भी हुआ। इन लगातार परेशानियों से उन्होंने आखिरकार हार मानकर क्रिकेट से दूरी बना ली।
रिटायरमेंट के बाद उन्होंने कहा, "संन्यास लेना बहुत मुश्किल फैसला था और इसे समझने में मुझे काफी समय लगा। कोई भी अपनी पसंद का काम करना बंद नहीं करना चाहता। पिछले साल मेरी पीठ की चोट के बाद मैं ये सोचने पर मजबूर हो गया कि क्या मैं दोबारा गेंदबाजी कर पाऊंगा। छह से आठ महीने के बाद मैं पूरी तरह से ठीक होने में कामयाब रहा लेकिन मुझे पता था कि मुझे भविष्य के लिए सोचना शुरू करना होगा।"