बर्थडे स्पेशल: जब 546 रनों की पारी खेलकर पृथ्वी शॉ रातों-रात बने थे स्टार,जानिए दिलचस्प बातें
भारत के उभरते हुए युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ आज अपना 19वां जन्मदिन मना रहे हैं। कम उम्र में ही घरेलू मैचों में एक से बढ़कर एक रिकॉर्ड बनाने वाले पृथ्वी शॉ ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत एक धमाकेदार शतक के साथ किया। 9 नवंबर साल 1999 को महाराष्ट्र के विरार में जन्में पृथ्वी शॉ के बारे में आइये जानते है कुछ अन्य दिलचस्प बातें।
एक रिकॉर्ड पारी
साल 2013 में पृथ्वी ने हैरिस शील्ड मैच के दौरान रिज़वी स्प्रिंगफील्ड के तरफ से खेलते हुए 330 गेंदों में 546 रनों की पारी खेली जो कि किसी भी भारतीय द्वारा सब डिवीजन क्रिकेट में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर रहा। बाद में उनकें इस रिकॉर्ड को प्रणव धनावड़े ने नाबाद 1000 रनों की पारी खेल कर तोड़ा। ये हैं टीम इंडिया के क्रिकेटर्स की खूबसूरत वाइफ्स,देखें PICS
सचिन के बाद ऐसा करने वाले दूसरे बल्लेबाज
पृथ्वी शॉ ने साल 2016 में मुम्बई के तरफ से रणजी मैचों में कदम रखा और तमिलनाडु के खिलाफ मैच की चौथी पारी में शतक जड़ा। इस शतक के साथ वो सचिन तेंदुलकर के बाद मुम्बई के लिए सबसे कम उम्र शतक जमाने वाले दूसरें बल्लेबाज बनें। उन्होंने यह कारनामा 17 साल 57 दिन की उम्र में किया।
दलीप ट्रॉफी में रिकॉर्ड
पृथ्वी शॉ ने दलीप ट्रॉफी में इंडिया रेड के तरफ से खेलते हुए इंडिया ब्लू के खिलाफ 17 साल 320 दिन की उम्र में शतक जमाते हुए दलीप ट्रॉफी के इतिहास में सबसे कम उम्र में शतक जमाने का रिकॉर्ड बनाया।
अंडर-19 चैंपियन
साल 2018 में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम पृथ्वी शॉ की कप्तानी में विश्व विजेता बना। शॉ ने उस टूर्नामेंट में कप्तानी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अच्छे हाथ दिखाते हुए कुल 261 रन बनाए थे।
आईपीएल में बनाया ये रिकॉर्ड
पृथ्वी शॉ बतौर ओपनर आईपीएल में डेब्यू करने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बनें। उन्होंने साथ में संजू सैमसन के रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 18 साल 169 दिन की उम्र में अर्धशतक जमाने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज हुए। साथ ही वह सबसे कम उम्र में अर्धशतक लगाने के मामले में भी संयुक्त रुप से पहले स्थान पर हैं।
यादगार टेस्ट डेब्यू
पृथ्वी शॉ ने 4 अक्टूबर साल 2018 को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करते हुए 99 गेंदों में शतक जमाया और आउट होने से पहले कुल 134 रन बनाए। शिखर धवन(85 गेंद) और ड्वेन स्मिथ(93 गेंद) के बाद वो टेस्ट डेब्यू में सबसे कम गेंदों में शतक जमाने वाले तीसरे सबसे तेज बल्लेबाज बने।