2011 विश्व कप फाइनल मुकाबले में विराट कोहली के आउट होने के बाद धोनी का बल्लेबाजी करने आने कई कारणों से आकर्षण का कारण रहा था। युवराज सिंह मीडिया ऑर्डर में 2011 विश्व कप में भारत के सबसे सफल खिलाड़ी थे और धोनी फाइनल मुकाबले से पहले बुरी तरह से आउट ऑफ फॉर्म थे। उस वक्त युवराज को पांचवें नंबर पर भेजना सामान्य होता। लेकिन फिर, अगर सब कुछ स्क्रिप्ट के अनुसार होता तो धोनी का वो मिडास टच कहीं खो सा जाता।
फाइनल मुकाबले में धोनी ऊपर बल्लेबाजी करने आए और आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से सिर्फ 79 गेंदों पर नाबाद 91 रनों की पारी खेली। धोनी ने नुवन कुलसेकरा की गेंद पर सिक्स लगाया और टीम इंडिया 2011 विश्व कप जीत गई। 11 साल बाद भी युवराज से पहले धोनी के आने को लेकर भारतीय क्रिकेट सर्किट में चर्चा होती है। यह किसका निर्णय था? 2011 विश्व कप में भारत के मेंटल कंडिशन कोच पैडी अप्टन ने खुलासा किया है कि ये धोनी का ही फैसला था।
इंडियन एक्सप्रेस के लिए पैडी अप्टन ने लिखा, 'मुझसे अक्सर बल्लेबाजी क्रम में धोनी के ऊपर आने के बारे में पूछा जाता है कि आखिर वो युवराज से पहले क्यों आए थे। मैं आपको आंखो देखी बात बता रहा हूं ना कि कोई कहानी जो मैंने सुनी है।'

