Advertisement

'अब वो टेस्ट क्रिकेट भी टी-20 की तरह ही खेलेंगे'

इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर का मानना है कि बेन स्टोक्स और ब्रैंडन मैक्कुलम के एकसाथ आ जाने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम बहुत ज्यादा एग्रेसिव क्रिकेट खेलते हुए नजर आएगी।

Advertisement
Cricket Image for Abhishek Nayar On England Test Coach Brendon Mccullum
Cricket Image for Abhishek Nayar On England Test Coach Brendon Mccullum (Brendon McCullum)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
May 14, 2022 • 06:29 PM

इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में बड़ा दांव चलते हुए न्यूजीलैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ब्रैंडन मैक्कुलम को इंग्लैंड टेस्ट टीम का कोच नियुक्त किया है। वर्तमान में, ब्रैंडन मैक्कुलम दो बार के इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मुख्य कोच के रूप में काम कर रहे हैं।

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
May 14, 2022 • 06:29 PM

इस बीच,उनके सहयोगी और केकेआर के सहायक कोच अभिषेक नायर को लगता है कि रेड-बॉल कोच के रूप में ब्रैंडन मैक्कुलम का अनुभव इंग्लैंड क्रिकेट के काफी काम आएगा। नायर को लगता है कि अब टेस्ट क्रिकेट में भी इंग्लैंड के द्वारा एक आक्रामक ब्रांड ऑफ क्रिकेट देखने को मिल सकता है। 

Trending

inews.co.uk के साथ बातचीत के दौरान नायर ने कहा, 'बेन स्टोक्स और ब्रैंडन मैक्कुलम का साथ, मुझे लगता है कि आप बहुत आक्रामक क्रिकेट देखेंगे। आप इंग्लैंड को वाइट बॉल वाले क्रिकेट के साथ बहुत अधिक जोड़ेंगे। आप बहुत अधिक स्ट्रोक-मेकिंग, बहुत अधिक सकारात्मकता और जोखिम लेने के इच्छुक लोगों को देखेंगे।'

नायर ने कहा, 'सुरक्षा की भावना, पहचान की भावना मुझे लगता है कि वे दो चीजें हैं जो वो लाएंगे। आप इंग्लैंड को एक ऐसी टीम के रूप में पहचानेंगे जो क्रिकेट का एक निश्चित ब्रांड खेलती है और आप खिलाड़ियों को एक खुश इकाई के रूप में पहचानेंगे जो आक्रामक, सकारात्मक क्रिकेट खेलती है। इसके अलावा कोच अपने खिलाड़ियों के साथ खड़ा रहेगा।'

यह भी पढ़ें: 5 क्रिकेटर्स जिन्होंने संन्यास के बाद की वापसी, लिस्ट में 1 भारतीय खिलाड़ी

नायर ने आगे कहा, 'जब ब्रैंडन मैक्कुलम खिलाड़ियों से बात करते हैं उन्हें सकारात्मकता के मामले में बहुत विश्वास होता है। खिलाड़ियों में बहुत कम असुरक्षा होती है। मैं कह सकता हूं कि वह सबसे सकारात्मक व्यक्ति हैं जिनसे मैं कभी मिला हूं। मैं उससे कहता रहता हूं मुझे यकीन नहीं है कि मैं कभी भी उनकी सकारात्मकता के स्तर से मेल खा सकता हूं।'

Advertisement

Advertisement